अटलजी की गलत जन्मतिथि पर शासन ने गलती स्वीकारी

मथुरा। परिषदीय स्कूलों की पाठ्य पुस्तक में देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटलबिहारी वाजपेयी की जन्मतिथि गलत अंकित होने का मामला खुलने पर शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा है। इस गलती को शासन ने स्वीकार करते हुए सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को त्रुटि सुधार की जिम्मेदारी दी है।
बेसिक शिक्षा परिषद की सचिव रुबी सिंह ने सभी बीएसए को जारी शासनादेश में कहा है कि मंजरी पुस्तक के पाठ संख्या 21 में पेज संख्या 113 में अंकित शीर्षक ‘आओ फिर से दिया जलाएं के बॉक्स में पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटलबिहारी वाजपेयी की जन्मतिथि 2 दिसंबर 1924 मुद्रित है, जिसे शुद्ध संशोधन कराया जाना अनिवार्य है। सचिव ने सभी बीएसए को निर्देशित किया है कि वे अपने जिले के सभी स्कूलों में उनके प्रधानाध्यापक के माध्यम से अविलंब उक्त जन्मतिथि 2 दिसंबर के स्थान पर 25 दिसंबर कराना सुनिश्चित करें।

यह है मामला
परिषदीय स्कूलों में ‘मंजरी नामक पुस्तक के पाठ संख्या 21 के पृष्ठ संख्या 113 में ‘आओ फिर से दिया जलाएं शीर्षक से एक कविता है। यह कविता पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी वाजपेयी द्वारा लिखित है। जीवन की संघर्षशीलता और प्रेरणा को चिन्हित करने वाली इस कविता के नीचे लेखक अटलबिहारी वाजपेयी का जीवन परिचय भी अंकित है। इसमें अटलबिहारी वाजपेयी की जन्मतिथि 2 दिसंबर 1924 दर्शायी गई है। जबकि उनकी वास्तविक जन्मतिथि 25 दिसंबर 1924 है।

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