आखिर प्रियंका गांधी ने वाराणसी से चुनाव न लड़ने पर क्यों दी ये सफाई!

नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बनारस से चुनाव नहीं लड़ने पर पहली बार सफाई दी है। प्रियंका गांधी ने कहा कि यूपी में मेरी 41 सीटें है, जिसके लिए मुझे पूरी ताकत झोंकनी है और प्रचार करना है। एक जगह रहकर ये संभव नहीं था। पार्टी नेताओं की राय के बाद फैसला लिया गया। साथ ही उन्होंने कहा यूपी में कांग्रेस जीत रही है। बीजेपी बुरी तरह हार रही है। आपको बता दें कि वाराणसी से कांग्रेस ने अजय राय को टिकट दिया है। अजय राय इससे पहले भी 2014 में पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस के ही टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। गौरतलब है कि हाल ही में इस तरह की चर्चाएं चली थीं कि कांग्रेस प्रियंका गांधी को पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनावी मैदान में उतार सकती है।

आपको बता दें कि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से अजय राय को टिकट दिया है। अजय राय ने 2014 में भी मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ा था लेकिन वह तीसरे स्थान पर रहे थे। वहीं वाराणसी सीट से एसपी और बीएसपी गठबंधन ने शालिनी यादव को टिकट दिया है। वाराणसी सीट एसपी के खाते में आई है।

गौरतलब है कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने फरवरी में सक्रिय राजनीति में तब कदम रखा, जब समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने उत्तर प्रदेश के गठबंधन से कांग्रेस को अलग कर दिया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बना दिया, जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभारी। प्रियंका और राहुल गांधी के कई बयानों से ऐसी संभावना जताई जा रही थी की वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस प्रियंका गांधी को मैदान में उतार सकती है, मगर ऐसा नहीं हो सका। प्रियंका गांधी से जब भी वाराणसी से उनकी उम्मीदवारी को लेकर सवाल पूछा जाता, तो वह हमेशा कहती थीं कि अगर पार्टी उन्हें कहेगी तो वह चुनाव लड़ेंगी। मगर गुरुवार को कांग्रेस पार्टी ने सस्पेंस खत्म कर दिया और अजय राय को अपना उम्मीदवार बनाया।

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