मथुरा में हुआ बच्ची का ऐसा हाल

दो दिन पहले दुनिया मे आयी मासूम अभी आंख भी नहीं खोल पाई थी कि उससे पहले उसके अपने उसे गैरों में पलने के लिए छोड़ गए । मामला मथुरा का है जहाँ दो दिन की मासूम को रोता बिलखता छोड़ कर उसके माता पिता अस्पताल से गायब हो गए । फिलहाल बाल संरक्षण समिति ने मासूम को अपने कब्जे में ले कर उसके माता पिता की तलाश शुरू कर दी है ।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इन शब्दों के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटियों को बचाने और बेटियों को पढ़ाने का संदेश देते है । लेकिन यह शब्द अस्पताल में रोती इस मासूम के आगे शायद कोई मायने नहीं रखते । 1अप्रैल को मथुरा के शहर कोतवाली इलाके में स्थित ब्रज नर्सिंग होम में देर रात एक दम्पत्ति आये । जहां महिला के साथ आये पति ने डॉक्टर से पत्नी की डिलिवरी करने के लिए कहा । महिला प्रसव पीड़ा से कराह रही थी ।

डॉक्टर ने तत्काल महिला को भर्ती कर उसका इलाज शुरू कर दिया । इसी दौरान रात करीब 12 बजे महिला ने एक बेटी को जन्म दिया । सकुशल हुई मासूम और उसकी माँ को रूम में शिफ्ट करने के बाद डॉक्टर चले गए । लेकिन 2 अप्रेल की सुबह जब मासूम बेटी के रोने की आवाज अस्पताल स्टाफ ने सुनी तो वह मासूम के पास गए ।

लेकिन मासूम बिटिया के पास पहुंचते ही देखा तो पता चला कि वहां न उसको जन्म देने वाली माँ है और नहीं पिता । इसके बाद डॉक्टर और अस्पताल स्टाफ ने पूरे दिन बच्ची को जन्म देने वाली माँ और उसके पिता का ििइंतजआर किया । लेकिन कोई नहीं आया । इसके बाद मंगलवार को ब्रज नर्सिंग होम के डॉक्टर अवदेश अग्रवाल ने मासूम को अस्पताल में छोड़कर चले जाने की सूचना सिटी मजिस्ट्रेट को दी ।

हॉस्पिटल में मासूम को छोड़कर माँ पिता के गायब होने के जानकारी मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट ने बाल कल्याण समिति की टीम को अस्पताल भेजा । अस्पताल पहुँची टीम ने मासूम के बारे डॉक्टर से जानकारी लेने के बाद 2 दिन की मासूम बेटी को अपने कब्जे में लिया और उसे जिला अस्पताल ले गए ।

बिओ:- इस मासूम के माता पिता तो इसे परायों में अपना तलाशने के लिए इस बेगानी दुनिया मे छोड़ गए । इस देश में जहां बेटी को भगवान का दर्जा दिया जाता है ।हो सकता है कि उसकी भी कोई मजबूरी रही हो । लेकिन क्या इस मासूम का करुण क्रन्दन से ज्यादा उसकी मजबूरी थी ।

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