मध्य प्रदेश: गोकेशी के मामले में एनएसए लगाने पर घमासान तेज हो गया

नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में गोकशी के मामले में एनएसए लगाने पर घमासान तेज हो गया है। विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ के कई नेताओं ने भी मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस फैसले को गलत बताया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय पी चिदंबरम ने कहा, ‘मध्य प्रदेश गोकशी मामले में NSA लगाया जाना गलत था।’ चिदंबरम का यह बयान तब सामने आया जब वे ‘अनडॉटेडः सेविंग द आइडिया ऑफ इंडिया’ के विमोचन के मौके पर संबोधित के दौरान सामने आया। चिदंबरम से पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी एनएसए लगाए जाने के कमल नाथ सरकार के फैसले पर सवाल उठा चुके हैं। जब चिदंबरम ने यह बयान दिया तब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं।
वहीं इस मु्द्दे पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कानून व्यवस्था राज्य सरकार के अधीन आता है और कानून अपने हिसाब से काम करेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि कोई किसी भी निर्दोष को परेशान नहीं किया जाना चाहिए और दोषियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। इन सबके बीच मध्यप्रदेश कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने इस सिलसिले में मुख्यमंत्री कमलनाथ को खत लिखा है। आरिफ मसूद ने अपने खत में खंडवा में गौकशी के मामले में रासुका की कार्रवाई को एक पक्षीय बताते हुए मामले की SIT जांच की मांग की है। साथ ही उन्होंने खंडवा कलेक्टर को भी हटाने की भी मांग है।
आपको बता दें कि खंडवा जिले के मोघट थाने के खरखाली गांव में गो हत्या के मामले में पकड़े गए तीन आरोपियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की गई है। तीन आरोपियों में से दो को बीते शुक्रवार और एक को सोमवार को पकड़ा गया था। तीनों आरोपियों- नदीम, उसके भाई शकील व आजम पर एनएसए की कार्रवाई की गई है और तीनों जेल में हैं। पुलिस के मुताबिक नदीम आदतन अपराधी है और कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। उस पर पूर्व में भी गौ हत्या का आरोप लग चुका है। पुलिस को सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने की आशंका थी, इसी के चलते पुलिस ने यह कार्रवाई की थी। राज्य में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार आने के बाद गौ हत्या के मामले में एनएसए की यह पहली कार्रवाई है।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*