कमलनाथ के इस बयान के बाद मध्यप्रदेश में मचा तहलका

मध्यप्रदेश में जारी सियासी घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने से पहले उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस की। जिसमें उन्होंने अपनी एक साल, तीन महीने और चार दिन की सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उनके अनुसार भाजपा शुरुआत से ही सरकार गिराने की कोशिश में लगी हुई थी। वहीं कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में उन्होंने बोला कि एक महाराज के साथ मिलकर भाजपा ने राज्य सरकार को गिराने की साजिश को अंजाम दिया हैं।

मध्य प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफा देने का ऐलान किया है। फ्लोर टेस्ट से पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि वह आज राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप देंगे। मध्य प्रदेश में जारी सियासी गतिरोध के बीच आज दोपहर 12 बजे शुरू हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ ने बीजेपी पर कई प्रकार के आरोप लगाए है और कहा कि राज्य की जनता धोखा देने वालों को माफ नहीं करेगी। इसी दौरान उन्होंने कहा कि वह आज राज्यपाल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपेंगे।

सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश पर बड़ा फैसला सुनाते हुए कमलनाथ सरकार को आज शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है। इसके बाद कमलनाथ सरकार को फ्लोर टेस्ट कराना था। मगर फ्लोर टेस्ट से पहले ही कमलनाथ ने इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है।

हालांकि अगर ये देखा जाय तो मध्यप्रदेश में बीजेपी और कोंग्रेस को जीत का अंतर इतना बड़ा भी नही था लेकिन कही न कही जनता ने जिन को चुन कर विधायक बनाया है उनमे से जो बागी विधायक है उनका कहना है कि वो जनता के लिए सही प्रकार से काम नही कर पा रहे थे और कमलनाथ उनसे सही तरीके से मिलते भी नही थे तो उन्होंने बोला की अगर जनता के लिए काम न कर सके तो उस पार्टी में रह कर क्या कर लेंगे।

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