बांग्लादेश: मौत की रेलवे क्रांसिंग पर 11 लोगों की मौत, 15 साल में 4900 से अधिक एक्सीडेंट्स

बांग्लादेश में खुली रेलवे क्रॉसिंग खतरों की वजह बनती जा रही हैं। बुधवार को चटगांव में ट्रेन-माइक्रोबस की टक्कर में कम से कम 11 लोगों की दुखद मौत ने एक बार फिर बांग्लादेश में अनप्लांड और खामियों भरी रेलवे क्रॉसिंग को लेकर सरकार को हिलाकर रख दिया है। पुलिस ने शनिवार को चटगांव के मीरशराय सब डिस्ट्रिक्ट में एक क्रॉसिंग पर हुई ट्रेन दुर्घटना में 11 लोगों की मौत को लेकर गेटमैन के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

लोकल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चटगांव रेलवे पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर (एसआई) जहीरुल इस्लाम ने गेटमैन सद्दाम हुसैन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उसे शुक्रवार देर रात हिरासत में लिया गया था। मरने वालों में चार शिक्षक, 10 छात्र और एक ड्राइवर है। देर रात पुलिस ने बिना पोस्टमॉर्टम के पीड़ितों के शवों को उनके परिजनों को सौंपना शुरू कर दिया था। बता दें कि चटगांव जाने वाली महानगर प्रोवती एक्सप्रेस माइक्रोबस से टकरा गई थी, जिससे वह रेलवे ट्रैक से कई सौ मीटर नीचे चली गई थी। 2020 में जारी बांग्लादेश रेलवे (बीआर) के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 15 वर्षों में कानूनी और अवैध दोनों तरह की विभिन्न लेवल क्रॉसिंग पर हुई 4,914 ट्रेन दुर्घटनाओं में कम से कम 419 लोग मारे गए और 2,000 से अधिक घायल हुए।

रेलवे (पूर्वी क्षेत्र) के मैनेजर अहंगीर हुसैन ने बताया कि चटगांव हादसे की जांच के एक कमेटी बनाई गई है। कमेटी से जल्द से जल्द रिपोर्ट देने को कहा गया है। समिति के अन्य चार सदस्य हैं- डिविजल एग्जिक्यूटिव इंजीनियर-1 अब्दुल हमीद, डिविजल मैकेनिकल इंजीनियर जाहिद हसन, रेलवे सिक्योरिटी फोर्स कमांडेंट रेजानुर रहमान और डिविजिल मेडिकल आफिसर अनवर हुसैन। चटगांव डिवीजनल ऑफिस ऑफ फायर सर्विस के डिप्टी डायरेक्टर अनीसुर रहमान ने कहारू “फायर सर्विसेज ने घटनास्थल से मृतक के शव बरामद किए हैं। घायलों को बचा लिया गया और उन्हें चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया। उन्होंने कहा कि माइक्रो बस यात्रियों में से 11 की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि बाकी पांच बुरी तरह घायल हुए हैं। चटगांव रेलवे के एसपी मोहम्मद हसन चौधरी ने बताया कि फायर सर्विसेज की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर माइक्रो बस में फंसे यात्रियों का रेस्क्यू किया था।

 

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