बड़ा फैसला: गृहमंत्री अमित शाह जल्दी उठा सकते हैं ये कदम

ग्रहमंत्री अमित शाह पिछले कुछ समय में विपक्ष के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरे है। अभी तक जो विपक्ष हमेशा मोदी विरोध के नाम पर अपनी राजनीती चमकाने की नाकाम कोशिशें करता आ रहा था, अब उसके सामने आज का चाणक्य कहे जाने वाले ग्रहमंत्री अमित शाह खड़े है। 2019 लोकसभा चुनावों में बीजेपी की बंपर जीत के बाद अमित शाह का ग्रहमंत्री बनना विपक्ष के लिए किसी दुस्वपन से कम नहीं था। ग्रहमंत्री अमित शाह को आज का चाणक्य यूँ ही नहीं कहा जाता, वो किसी काम को पूरा किये बगैर उसपर एक शब्द भी बोलना सही नहीं समझते है। किसी भी समस्या को वो जड़ से समाप्त करने में विश्वास रखते है। यही बातें अमित शाह को बेहद खास बनाती है।

धारा 370 को हटाने का मुद्दा देश में कई दशकों से अटका पड़ा था, लेकिन अमित शाह जी सिर्फ धारा 370 को ही नहीं हटाया, बल्कि कश्मीर में अलगाववाद की जड़ पर वार करते हुए धारा 35 A को भी हटा डाला। आपमें से बहुत कम लोगों को जानकारी होगी जम्मू कश्मीर को 2 भागों में बांटकर और जम्मू कश्मीर को केंद्र शाषित प्रदेश बनाकर अमित शाह ने एक लंबी पारी खेलने की बड़ी शुरुवात की है ।

दरअसल कश्मीर से धारा 370 और 35 A हट भी जाती तो कोई खास फर्क पड़ने वाला नहीं था। क्योकि जम्मू कश्मीर के राजनितिक हालत कुछ ऐसे है अगर यह दोनों धारा हट भी जाती तो वहां कुछ खास बदलाव नहीं आने वाला था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। जम्मू कश्मीर का पुलिस प्रशासन भी सीधा-सीधा ग्रहमंत्रालय के हाथ में आ गया है, इससे जम्मू कश्मीर में आतंकवाद और अलगवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोकने में मदद मिलेगी।

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर जिस तरह से ग्रहमंत्री अमित शाह ने मजबूती दिखाई है उसको देखकर विपक्ष भयभीत है। विपक्ष की दिक्कत यह है की जो काम 70 सालों में कोई छेड़ने की हिम्मत भी नहीं कर सकता, उसे अमित शाह ने एक के बाद एक करके दिखा दिया। विपक्ष को कहीं ना कहीं यह लगता है की अगर मोदी सरकार के नेत्तृव में अमित शाह एक के बाद एक राष्टहित में ऐसे ही निर्भय होकर फैसले करते गए तो इससे कहीं ना कहीं बीजेपी का जनाधार और ज्यादा बढ़ेगा और कांग्रेस का केंद्र में आने का सपना अगले कई सालों तक पूरा नहीं हो पायेगा।

अमित शाह का अगला कदम क्या होने वाला है यह कोई नहीं जानता है, लेकिन इतना तय है की अगले 4 सालों में और भी कई बड़े बड़े फैसले लिए जायेंगे। इसका एक बड़ा कारण यह है की अगले 3 से 4 साल में बीजेपी (NDA) राजयसभा में बहुमत में नहीं रह पायेगी। उस स्थिति में बीजेपी के लिए कोई भी कानून राजयसभा में पास करवाना एक बड़ी चुनौती साबित होगी। इसलिए बीजपी को जो भी करना है उसके लिए सही समय यही है और अमित शाह के साथ साथ बीजेपी के दिग्गज नेता भी इसी पक्ष में दिखाई दे रहे है। आपकी क्या राय है मित्रों , अमित शाह का अगला कदम क्या होने वाला है कमेटं बॉक्स में जरूर बताएं।

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