सबसे बड़ी छापेमारी : अरबों की सम्पत्ति मिली सुरंग में, पांच दिन तक लगी रहीं 50 टीमें

जयपुर। राजस्थान से एक हैरान कर देने वाली बड़ी खबर सामने आई है। इनकम टैक्स विभाग ने तोबड़तोड़ रेड डालते हुए प्रदेश की अब तक की सबसे बड़ी छापेमारी की है। जहां आयकर विभाग को करोड़ों नहीं, बल्कि अरबों रुपए की बेनामी संपत्ति मिली है। यह काली कमाई जयपुर के कारोबारियों ने एक सुरंग छिपा रखी थी। इस तहखाने से सोने की मूर्तियां, हीरे, कीमती स्टोन और भी कई बहुमूल्य पदार्थों के बारे में जानकारी मांगी है।बता दें कि आयकर विभाग ने जयपुर में सर्राफा कारोबारी, दो रियल स्टेट डेवेलपर के यहां छापा मारा है।

<p><br /> इन तीनों समूहों के सभी दुकान-ऑफिस और बंगलों पर आयकर विभाग की 50 टीमें एक साथ छापा मारा। जिसमें करीब 200 से ज्यादा इनकम टैक्स विभाग के कर्मचारी और अधिकारी शामिल थे। यह टीम 5 दिनों तक लगातार कागजातों और दस्तावेज को खंगालती रहीं। जिस दौरान इन कारोबारियों के यहां से पौने 2 हजार करोड़ की दो नंबर की कमाई का पता लगा है। हालांकि अभी यह राशि और बढ़ सकती है।<br /> &nbsp;</p>

दरअसल, जयपुर में आयकर विभाग पिछले पांच दिन से राजस्थान के तीन बड़े कारोबारी समूह सिल्वर आर्टग्रुप, चोरडिया ग्रुप और गोकुल कृपा ग्रुप पर छापेमारी कर रहा है। इस दौरान इन कारोबारियों के यहां से अब तक की जांच में 1750 करोड़ रुपए की दो नंबर की काली कमाई का खुलासा हुआ है। कार्रवाई के दौरान आयकर अधिकारियों कों सर्राफा व्यापारी के यहां एक सुरंग मिली है, जिसमें 700 करोड़ की संपत्ति मिली है।

<p><br /> बता दें कि आयकर विभाग ने राजस्थान के इतिहास के सबसे बड़े आयकर छापे को अंजाम दिया है। जिससे माना जा रहा है कि यह प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी रेड है। क्योंकि इसमें पच्चास टीमें करीब पांच दिन तक कार्रवाई करती रहीं। जहां उनको सर्राफा कारोबारी, दो रियल स्टेट डेवेलपर के यहां से इतनी बड़ी बेनामी दौलत का पता लगा सकी।</p>

सर्राफा कारोबारी ने अपनी बेनामी संपत्ति को एक तहखाने में छिपाकर रखा था, जिसमें किसी को कोई सबूत नहीं मिले। साथ ही इस गुप्त सुरंग तक कोई नहीं पहुंच सके। लेकिन इनकम टैक्स के अफसरों की पैनी नजर ने बिजनेसमैन अपनी इस काली कमाई को नहीं बचा पाया। चौथे दिन चली छापेमारी में यहां करोड़ों रुपए की ज्वैलरी-हीरे जवाहरत मिले हैं। साथ ही करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज और नोटो की गड्डियां भी मिली हैं

<p><br /> आयकर के अधिकारियों का कहना है कि इन व्यपारियों ने पिछले 6-7 साल का सारा बेहिसाब लेन-देन का पूरा ब्यौरा कई रजिस्टरों, स्लिप पैड, दिन-प्रतिदिन की कच्ची कैश बुक आदि के रूप में बेसमेंट में छिपा रखा था। इस दौरान विभाग की टीमों को बड़ी संख्या में दस्तावेज मिले हैं। जिनमें ब्यौरे के खर्च, बिना ब्यौरे की संपत्तियां, नकदी कर्ज व अग्रिम से जुड़ा आंकड़ा लिखा हुआ है। इन सभी कागजों को अधिकारियों ने जब्त कर लिया है।</p>

इन तीनों समूहों के सभी दुकान-ऑफिस और बंगलों पर आयकर विभाग की 50 टीमें एक साथ छापा मारा। जिसमें करीब 200 से ज्यादा इनकम टैक्स विभाग के कर्मचारी और अधिकारी शामिल थे। यह टीम 5 दिनों तक लगातार कागजातों और दस्तावेज को खंगालती रहीं। जिस दौरान इन कारोबारियों के यहां से पौने 2 हजार करोड़ की दो नंबर की कमाई का पता लगा है। हालांकि अभी यह राशि और बढ़ सकती है।

आयकर विभाग ने राजस्थान के इतिहास के सबसे बड़े आयकर छापे को अंजाम दिया है। जिससे माना जा रहा है कि यह प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी रेड है। क्योंकि इसमें पच्चास टीमें करीब पांच दिन तक कार्रवाई करती रहीं। जहां उनको सर्राफा कारोबारी, दो रियल स्टेट डेवेलपर के यहां से इतनी बड़ी बेनामी दौलत का पता लगा सकी।

आयकर के अधिकारियों का कहना है कि इन व्यपारियों ने पिछले 6-7 साल का सारा बेहिसाब लेन-देन का पूरा ब्यौरा कई रजिस्टरों, स्लिप पैड, दिन-प्रतिदिन की कच्ची कैश बुक आदि के रूप में बेसमेंट में छिपा रखा था। इस दौरान विभाग की टीमों को बड़ी संख्या में दस्तावेज मिले हैं। जिनमें ब्यौरे के खर्च, बिना ब्यौरे की संपत्तियां, नकदी कर्ज व अग्रिम से जुड़ा आंकड़ा लिखा हुआ है। इन सभी कागजों को अधिकारियों ने जब्त कर लिया है।

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