बीजेपी का प्लान: सफल हुआ तो यूपी में बढ़ेगी विपक्ष की मुश्किल

आजमगढ़. कहने को तो बीजेपी 19 जनवरी को गोरखपुर में नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के समर्थन में रैली करने जा रही है लेकिन हकीकत यह है कि बीजेपी इस रैली के जरिए विपक्ष को अपनी ताकत का एहसास कराने की तैयारी में है। रैली को 2022 की तैयारी से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। कारण कि पार्टी ने केवल आजमगढ़ से एक लाख लोगों को रैली में शामिल करने का लक्ष्य रखा है। अगर यह लक्ष्य पूरा होता है तो विपक्ष की टेंशन बढ़नी तय है।

बता दें कि कई राज्यों में चुनाव हारने और महाराष्ट्र जैसे चुनाव में एनडीए के बहुमत के बाद भी सत्ता से दूर होने के बाद बीजेपी सतर्क हो गई है। आगे के चुनाव में वह अकेले दम पर सत्ता हासिल करने की तैयारी में जुटी है। वर्ष 2022 में देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में विधानसभा चुनाव होना है। यह चुनाव 2024 का भी भविष्य तय करेगा। यूपी में बीजेपी के सबसे मजबूत साथी ओमप्रकाश राजभर साथ छोड़ चुके है तो अनुप्रिया से भी पार्टी का तालमेल ठीक नहीं चल रहा है। वहीं पार्टी नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर विपक्ष के निशाने पर है।

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इसे लेकर विपक्ष जहां सड़क पर है वहीं वर्ग विशेष के मतदाताओं की लामबंदी भी बीजेपी के खिलाफ हो रही है। यहीं वजह है कि बीजेपी अब नागरिकता संशोधन विधेयक की आड़ में न केवल विपक्ष को जवाब देने बल्कि पार्टी को मजबूत बनाने के साथ ही हिंदू मतदाताओं को एकजुट करने में जुट गयी है। इसके लिए गांव गांव अभियान चलाकर समर्थन जुटाया जा रहा है। इस मुद्दे पर मिल रहे समर्थन से भाजपाई उत्साहित भी है।

अब पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर पूर्वांचल के गोरखपुर में होनी वाली रैली को ऐतिहासिक बनाने की कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए जिलेवार लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। सूत्रों की माने तो आजमगढ़ के जिलाध्यक्ष धु्रव सिंह व लालगंज के ऋषिकांत राय को 50-50 हजार लोगों को रैली में शामिल कराने का लक्ष्य मिला है। लक्ष्य को पूरा करने के लिए पार्टी के नेता पूरी ताकत झोंक रहे हैं। गांव गांव संपर्क किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर राजनीति के जानकारों का मानना है कि अगर बीजेपी इस लक्ष्य को पूरा करती है तो रैली तो ऐतिहासिक होगी ही साथ हीं 2022 के लिए बीजेपी की जमीन भी तैयार होगी। कारण कि आजादी के बाद पहली बार वर्ष 2017 में बीजेपी आजमगढ़ में बढ़िया प्रदर्शन करने में सफल रही थी। उसने सीट भले ही एक जीती हो लेकिन पांच सीटों पर रनर थी जिसमें दो सीट पार्टी मामूली अंतर से हारी थी।

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आजमगढ़ जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव सिंह और लालगंज जिलाध्यक्ष ऋषिकांत का कहना है कि विपक्ष के झूठ को जनता अच्छी तरह समझ रही है। यही वजह है कि इस अधिनियम को लेकर लोगों में उत्साह है और वे सरकार के साथ खड़े है। गोरखपुर की रैली ऐतिहासिक होने जा रही है।

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