बीवी की वजह से एक अपराधी की बदली जिंदगी, चाकू-तमंचा छोड़कर ‘भजिया-पकौड़ों’ में ढूंढ़ लिया रोजगार

एक घटना किसी की भी जिंदगी बदल देती है। यह तस्वीर ओडिशा के कटक की है। इसमें जो आदमी भजिया-पकौड़े तलते दिखाई दे रहा है, वो कभी कटक का खूंखार अपराधी रहा बांका मीतू है। यह अब अपराध की दुनिया छोड़कर नमकीन बेचकर गुजारा कर रहा है। इस बदलाव के पीछे कोई पॉलिटिकल साइंस नहीं है, बल्कि ‘सोशल साइंस’ की वजह से इस पूर्व अपराधी की जिंदगी में बदलाव आया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ साल पहले एक टीवी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अगर कोई पकौड़े वाला ठेला लगाकर दिन भर में दो सौ रुपए कमाता है, तो क्या यह रोजगार नहीं है? दरअसल, उनका आशय पकौड़े बेचने की तुलना रोजगार से थी। यह तो पता नहीं कि बांका को नमकीन बनाकर बेचने का आइडिया कहां से आया, लेकिन उसने अपने परिवार की फिक्र में सारे गलत काम छोड़कर मेहनत की रोटी कमाने में जी-जान लगा दी।

कभी हत्या के प्रयास, रंगदारी, टेंडर फिक्सिंग(ठेकेदारी) समेत कई अपराधों के लिए बदनाम मधुपटना थाना क्षेत्र के तिनिघरिया क्षेत्र का सरबेश्वर मोहंती उर्फ ​​बांका मीतू अब एक अच्छे नागरिक की तरह नमकीन बेचकर परिवार का गुजारा कर रहा है। बांका तिनिघरिया क्षेत्र के खूंखार अपराधी सुभाषिश खुंटिया उर्फ ​​गुगु और नुआबाजार व मधुपटना क्षेत्र के अन्य अपराधियों के संपर्क में आने के बाद ऐसा बिगड़ा कि आतंक बरपा दिया।

2012 में मितू ने 4 अन्य अपराधियों के साथ तलाबस्ता इलाके में एक ठेकेदार को गोली मार दी थी। यह उसका पहला अपराध था। इसके बाद तो जैसे उसने लगातार अपराध किए। मीतू के खिलाफ बादामाबादी, मधुपटना, मंगलबाग और बांकी थानों में कई मामले दर्ज हैं।

जैसे-जैसे समय गुजरता गया बांका और की पत्नी सावित्री मोहंती उसके और अपने भविष्य को लेकर फिक्रमंद हो गई। उसने तय किया कि वो बांका को सही रास्ते पर ले आएगी। आखिरकार वो लगातार बांका को सीधे रास्ते पर लाने की कोशिश करती रही। उसकी मेहनत रंग लाई। बांका ने अपराधियों से दूरी बनाना शुरू कर दी।

बांका ने अपराध छोड़कर 2020 में कटक में सम्राट सिनेमा हॉल के पास फास्ट फूड की दुकान खोली। लेकिन उसी दौरान कोविड -19 लॉकडाउन के कारण दुकान बंद रहने से बड़ा नुकसान हुआ। आखिरकार दुकान हमेशा के लिए बंद करनी पड़ी। इसके बाद बांका ने पास में एक खाने का होटल शुरू किया। सबकुछ ठीक चल रहा था, तभी 2021 में एक ट्रेन एक्सीडेंट में उसके 16 वर्षीय बड़े बेटे की मौत हो गई। इससे बांका को गहरा सदमा लगा। बेटे की मौत के बाद बांका पूरी तरह बदल गया। अब उसे अपराध से चिढ़ हो गई है। अब वो पत्नी के साथ कटक सदर इलाके में नमकीन बनाकर बेचकर गुजारा कर रहा है। पुलिस के अनुसार, बांका दो साल से नमकीन का कारोबार कर रहा है। तब से मामूली-सा भी अपराध नहीं किया है।

 

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