कोरोना के खिलाफ सामूहिक रुप से लड़ाई लड़े, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिला अस्पताल में रोगियों के बीच पहुंंचे

महेश वाष्र्णेय
यूनिक समय, मथुरा। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कोरोना काल में हुए दौरे को लेकर कल सायं से अधिकारियों के माथे पर टेंशन देखी जा रही थी। पूरी रात व्यवस्था दुरस्त कराने में निकाली। दिन निकलने के साथ सभी अधिकारियों ने जिम्मेदारी संभाली। सिर्फ इंतजार था तो मुख्यमंत्री आने का। अलीगढ़ से उड़ा हैलीकॉप्टर वेटरिनरी कालेज के हैलीपैड पर दोपहर को करीब 2.30 बजे उतरा। हेलीपैड पर किसी भी नेता को उनसे मिलने की इजाजत नहीं रही।

आगरा मंडल के पुलिस महा निरीक्षक नवीन अरोड़ा, उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजा कांत मिश्र, डीएम नवनीत सिंह चहल, एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर एवं मथुरा वृंदावन नगर निगम के नगर आयुक्त अनुनय झा ने मुख्यमंत्री की आगवानी की। मुख्यमंत्री यहां से सीधे गेस्ट हाउस पर पहुंचे। मुख्यमंत्री का काफिला महर्षि दयानंद सरस्वती जिला चिकित्सालय पहुंचा। यहां पर सीएमओ डा. रचना गुप्ता समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चिकित्सालय के इमरजेंसी विभाग एवं कोविड संक्रमित उपचार वार्ड में एडमिट मरीजों के बीच पहुंचे । उन्होंने कोविड-19 मरीज प्रमोद शर्मा की पत्नी कोमल शर्मा निवासी जयसिंहपुरा, भूदेवी के दामाद पुष्पेन्द्र निवासी मांट, संतोष भारद्वाज पत्नी अनीता भारद्वाज निवासी-धौली प्याऊ मथुरा, भगवान देवी की पोती नीतू निवासी-श्याम कुंज हाईवे मथुरा के परिजनों से वार्ता की।

मुख्यमंत्री मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण में बने कोविड-19 एकीकृत कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर पहुंचे। उन्होंने मरीजों द्वारा आने एवं जाने वाली कॉल्स के बारे में एवं होम आईसोलेशन, टेलीकंसल्टेशन आदि की जानकारी ली। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. नितिन गौड़ ने विभिन्न टीमों द्वारा की जाने वाले कार्यवाहियों के बारे में जानकारी उपलब्ध करायी। मुख्यमंत्री ने पॉश कालोनी डेंपियर नगर स्थित एक परिवार के घर पहुंचकर हाल चाल जाना। उन्होंने यहां छोटे लाल माहेश्वरी के पुत्र अजय महेश्वरी से वार्ता की। पूछा कि घर में कौन-कौन पॉजिटिव है। अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई चल रही है। सभी को सामूहिक रूप से लड़ना होगा। कोरोना वॉरियर्स का मनोबल बढ़ाना होगा। जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग ऐसी हरकतें न करें, जिससे कोरोना की लड़ाई प्रभावित हो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना वायरस की पहली लहर में एल-वन, एल-टू और एलथ्री अस्पताल थे। पहली लहर में एक पॉजिटिव व्यक्ति एल-वन अस्पताल में ही ठीक हो जाता था। लेकिन दूसरी लहर में स्थिति बदली है, अब ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है। प्रदेश में बेड की संख्या बढ़ी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बिना भेदभाव के मुफ्त टीका लगा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 12 दिन के अंदर प्रदेश में सक्रिय केसों की संख्या कम हुई है। 12 मई तक दो लाख चार हजार सक्रिय केस हैं। सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं। यूपी में 377 ऑक्सीजन के प्लांट लगने है। मथुरा जिले के लिए 56 कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए है। मथुरा में अब 20 प्रतिशत से घटकर पॉजिटिविटी 15 प्रतिशत पर आ गयी है। उन्होंने बताया कि मथुरा में 32 एम्बुलेंस कोरोना मरीजों के लिए काम करेंगी।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में अब तक चार करोड़ से अधिक टेस्ट हो चुके हैं। एक दिन में दो लाख 92 हजार टेस्ट किए गए हैं। अब प्रदेश में बेड की संख्या बढ़ी है। ऑक्सीजन की सप्लाई में एयरफोर्स भी मदद कर रही है। सुरक्षा कवच के रूप में टीकाकरण अभियान चल रहा है। अब तक 45 प्लस में एक करोड़ 45 लाख को टीकाकरण किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बिना भेदभाव के मुफ्त टीका लगा रही है। प्रदेश में 2,65,000 और मथुरा में 6,000 युवाओं को टीका लग चुका है। ऑक्सीजन के लिए 2,000000 कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। मथुरा में एक्टिव केस की संख्या कम होना शुरू हो गई है। बीमारी से बचाव ही सर्वोत्तम उपाय है। बीमारी छुपाएं नहीं बल्कि उपचार कराएं। प्रदेश के 97 हजार गांव में स्क्रीनिंग का काम चल रहा है। लखनऊ से मुख्यमंत्री के साथ प्रमुख सचिव संजय प्रसाद भी आये थे।

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