ब्रज में दर्शन को आ रहे हैं तो हो जाएं सावधान!

मंदिरों के पास चोरों का राज
— बाइक व सामान, गाड़ी के शीशे तोड़कर हो सकती है चोरी
— पुलिस से नहीं करें मदद की उम्मीद, खुद बरतें सावधानी
प्रमुख संवाददाता
मथुरा। यदि आप ब्रज के मंदिरों में दर्शन करने आ रहे हैं तो सावधान रहें। आपकी मोटर साइकिल मंदिरों के पास से उठ सकती है या कोई सामान गायब हो सकता है। इनके अलावा गाडियों के शीशे तोड़कर अथवा ड्राइवर को झांसे में लेकर उड़ाया जा सकता है, लेकिन मथुरा पुलिस से कोई उम्मीद नहीं करें कि वह आपका सामान या मोटरसाइकिल को ढूंढकर ला देगी या इनको चुराने वाले पकड़ लेगी।
आजकल ब्रज के मंदिरों में सावन मास का मेला चल रहा है। उसके बाद श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का महोत्सव प्रारंभ हो जाएगा। देश के कौने कौने से ही नहीं जनपद के आसपास के लोग लाखों की संख्या में यहां अपने आराध्य देवों के दर्शन को मंदिरों में पहुंच रहे हैं। मंदिरों में उमड़ रही भीड़ का फायदा उठाने के लिए उठाईगीर व चोर सक्रिय हो गए हैं। कहीं से मोटरसाइकिल उठाई जा रही है, कहीं यात्रियों के पर्स या अन्य सामान चोरी हो रहे हैं। यात्रियों की कारों से भी कीमती सामान गायब हो रहा है। यही नहीं ब्रज के सभी प्रमुख मंदिरों, कुंडों व यमुना किनारे पर भीड़ के साथ उठाईगीर और चोर सक्रिय हो गए हैं। मंदिरों से यात्रियों की जेब कटना आम बात है। उनका सामान भी गायब हो जाता है। जब इसकी शिकायत लेकर कोई या​त्री थाना चौकी पहुंचाता है तो पुलिस सक्रिय होती है और मंदिरों के आस पास के क्षेत्रों से गुजरने वाले कई निर्दोष वाहन चालक पुलिस के गुस्से का शिकार हो जाते हैं। इस तरह की घटनाएं बढ़ने से पुलिस की व्यवस्थाओं पर प्रश्नचिन्ह उठा रहा है।
वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर, राधा बल्लभ मंदिर, निधिवन, रंगजी मंदिर, इस्कान मंदिर, प्रेम मंदिर, वैष्णो देवी मंदिर, मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान, गोवर्धन के गिरिराज दानघाटी मंदिर, बरसाना के राधाजी मंदिर, कीर्ति मंदिर, नंदबाबा मंदिर, गोकुल आदि स्थानों पर कोई अपनी मोटर साइकिल से दर्शन करने के लिए जाता है तो वह अपनी बाइक को मंदिर के आसपास खड़ा करता है। कई बार ऐसा होता है कि आपने बाइक खड़ी की और जब तक मंदिर से वापस आते हैं तो वहां आपकी बाइक नहीं मिलती है। बेचारा बाइक सवार परेशान होकर पुलिस से अपनी शिकायत दर्ज कराता है। पुलिस उसकी बाइक खोजने के बजाये घटना वाले स्थल पर पहुंचकर वहां खड़ी बाइकों पर गुस्सा निकालती है। उनके पहियों में सुआ घुसा कर पंचर कर देती है। जिससे उनके चालक अपने वाहनों को पैदल पंचर जुड़वाने के लिए पंचर वाले की दुकान पर जाते हैं। प्रतिदिन दो तीन बाइक चोरी हो रही हैं। पुलिस आंखे मूंदे बैठकर सिर्फ खाना पूर्ति में जुटी है।
यही नहीं यदि आपने मंदिर के आसपास सड़क किनारे अपनी कार खड़ी की तो यहां ऐसे चोर सक्रिय है कि कुछ रुपये ड्राइवर की साइड में डाल देते हैं और हल्ला मचा देते हैं। ड्राइवर सहाब आपके रुपये ​गिर गये। जब तक ड्राइवर रुपये उठाता है तब तक दूसरी साइड से हल्ला मचाने वाले का दूसरा साथी कार में रखे पर्स, बैग, मोबाइल लेकर चम्पत हो जाता है। यदि आप शिकायत लेकर पुलिस के पास जाएंगे तो उल्टे आपको ऐसा पाठ पढ़ाया जाता है कि सुनकर दंग रह जाते हैं। ऐसे में अपने सामान और वाहनों की सावधानी सतर्क होकर रखने की जरूरत है। पुलिस से मदद मांगना आपका व्यर्थ जाएगा। आज तक मंदिरों के आसपास से उठी किसी बाइक या सामान को पुलिस ढूंढकर नहीं लाई है।

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