अखंड भारत की थीम के संकल्प के साथ मनेगी जन्माष्टमी

बाल प्रभु मृगांक कौमुदी पोशाक धारण कर स्वीकार करेंगे भक्तों की बधाई
— महाराष्ट के ढोल एवं वाद्ययंत्र करेंगे के देवकी नंदन का स्वागत
गिरधारी लाल श्रोत्रिय
मथुरा। देवकी नंदन की जन्म भूमि में 24 अगस्त को भगवान श्रीकृष्ण का 5246 वां जन्मोत्सव मनाने की तैयारियां श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान ने पूरी कर ली हैं। इस बार श्रीकृष्ण जन्मोत्सव ‘सशक्त भारत, समृद्ध भारत अखंड भारत’ के संकल्प के साथ मनाया जाएगा। बालकृष्ण मोर्छलासन में विराजमान होकर अभिषेक स्थल पर पधारेंगे। रजत कमल पुष्प पर ठाकुरजी का प्राकट्य महाभिषेक होगा। स्वर्ण मण्डित कामधेनु बाल प्रभु का दुग्धाभिषेक करेगी। जन्मस्थान पर सेवायतों द्वारा पुष्प तेजोमहत बंगले में वासुदेव नंदन को विराजमान हो और मृगांक कौमुदी पोशाक धारण कर भक्तों की बधाई स्वीकार करेंगे। प्रभु के स्वागत महाराष्ट्र के ढोल व अन्य वाद यंत्र करेंगे। इसबार जन्मस्थान से तीन शोभायात्रायें निकाली जाएंगी।

यह जानकारी श्रीकृष्ण जन्मस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर श्रीकृष्ण जन्मस्थान को कलात्मक ढंग से सजाया जा रहा है। जिसे देखकर यहां आने वाले श्रद्धालु अभिभूत हो उठेंगे। उन्होंने बताया कि उन्होंने बताया कि 24 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पत्र, पुष्प, रत्न प्रतिकृति, वस्त्र आदि के अद्भुत संयोजन से बनाये गये पुष्प तेजो महल बंगले में विराजमान होकर आराध्य प्रभु अपने भक्तों को मनोहरी रूप में दर्शन देंगे। इस दिन मंगला दर्शन के समय से ही ठाकुरजी को रेशम, जरी एवं रत्न प्रतिकृति के सुंदर संयोजन से बनी मृगांक कौमुदी पोशाक धारण कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर 23 अगस्त की सायं 6 बजे श्रीकेशव देव मंदिर से संत एवं भक्तजन ढोल, नगाड़े, झांझ, मजीरे के मध्य भगवान श्रीकृष्ण एवं राधाजी को धारण कराने के लिए दिव्य पोशाक, मुकुट, श्रंगार, दिव्य मोरच्र्छाशन, कामधेनु गाय की प्रतिकृति एवं दिव्य रजत कमल लेकर संकीर्तन करते हुए गर्भ गृह पहुंचेंगे।
24 अगस्त को दिव्य शहनाई एवं नगाडों के वादन के साथ मंगला आरती होगी। प्रात: 10 बजे श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास महाराज एवं काष्र्णि गुरुशरणा नंद महाराज के सानिध्य में पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन जन्मस्थान के लीला मंच पर होगा। सेवा संस्थान प्रबंध समिति के सदस्य गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने बताया कि इस बार जन्मभूमि पर जन्माष्टमी की थीम ‘सशक्त भारत, समृद्ध भारत, अखंड भारत’ के संकल्प के साथ श्रीकृष्ण का जन्माभिषेक होगा। इसकी शुरूआत जम्मु कश्मीर से धारा 370 हटाकर हो चुकी है। ताकि अखंड भारत का सपना साकार हो सके। उन्होंने बताया कि इस बार बाल प्रभु को 100 मन लड्डू, 25 मन पंजीरी, पाक, पंचामृत का भोग लगाया जाएगा। यह प्रसाद जन्माभिषेक के बाद भक्तों को वितरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 23, 24 व 25 अगस्त को तीन शोभायात्राएं जन्मभूमि से निकाली जाएगी। इस बार जन्माष्टमी पर प्रदेश के मुख्यमंत्री के आने संभावना है। यहां से शंखनाद भी होगा। जो ब्रजवासियों को प्रेरित करेगा। इसके लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद भी सक्रिय है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि 24 अगस्त ​को वे जहां भी हों वहां से ही कुछ ना कुछ जरूर बजायें।

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