जानिये चीन की हकीकत

कोरोना वायरस से सामने आई चीन की सच्चाई, जंगली जानवरों का सबसे बड़ा उपभोक्‍ता है ये देश

चीन में दुनिया के जंगली जानवरों का अवैध कारोबार खूब फल-फूल रहा है। जंगली जानवरों का सबसे बड़ा उपभोक्‍ता है चीन। कोरोना वायरस के चलते चीन की हकीकत दुनिया के सामने। हाल ही में यह खबरें चर्चा में रहीं कि किसी जानवर के कारण यह वायरस इंसानों तक फैला है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के मुताबिक इस वायरस का प्राथमिक स्रोत चमगादड़ हो सकते हैं। इसके साथ ही कहा जा रहा है कि ये वायरस इंसानों में आने से पहले किसी अन्य जानवर में गया होगा क्यूंकि यहां जानवरों जिंदा खाया जाता है।। जानिये चीन में जंगली जानवरों के अवैध कारोबार का सच। कौन से जानवर हो रहे हैं विलुप्‍त। बाघों के शिकार के मामले में दूसरे नंबर पर चीन हैं। ब्रिटेन की एक संस्था ट्रैफिक इंटरनेशनल से जुड़े पॉलिन वेरहेइज का कहना है कि  हर साल कम से कम 100 बाघों के अंग पकड़े जाते हैं। इससे आप बस अंदाजा ही लगा सकते हैं कि कितने बाघों को हर साल मारा जा रहा है। जिन 13 देशों में बाघ रहते हैं उनमें से 11 देशों से जनवरी 2000 से अप्रैल 2000 के बीच 1069 से लेकर 1220 बाघों के अंग पकड़े गए। बाघों का घर कहे जाने वाले भारत में सबसे ज्यादा अंगों की तस्करी पकड़ में आई है।

अवैध कारोबार से विलुप्‍त हो रहे हैं ये जानवर

चीन में पेंगोलिन जानवर के कवच की मांग बहुत ज्‍यादा है। चीन में ये जानवर विलुप्‍त हो चुका है। चीन में बढ़ती मांग के कारण दुनिया के दूसरे हिस्सों में भी ये सबसे ज़्यादा शिकार किया जाने वाला जानवर बन चुका है। चीनी दवाओं में गैंडे के सींग की अत्यधिक मांग है। चीन में ये सब तब हो रहा है जब सरकार को यह पता है कि 70 फीसद नए वायरस जंगली जानवरों से आए हैं।

                                                    विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की रिपोर्ट                                                                   

संगठन का कहना है कि इस वायरस का प्राथमिक स्रोत चमगादड़ हो सकता है।क्यूं कि चीन में बैट सूप यानी चमगादड़ के सूप का लोग चाव से सेवन करते हैं। बड़े-बड़े होटलों में भुना हुआ कोबरा, भुने हुए भालू के पंजे, बाघ की हड्डियों से बीन शराब जैसी डिश उपलब्‍ध है। इन सूप के कटोरों में साबुत चमगादड़ भी मिलता है। यह भी दावा किया जा रहा है कि वायरस इंसानों में जाने से पहले किसी अन्‍य जंगली जानवर में गया होगा। हालांकि इसकी पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। बता दें कि चीन में कुछ जानवरों का मांस उनके स्‍वाद की वजह से खाया जाता है। लेकिन कुछ जानवरों को इस्‍तेमाल यहां पारंपरिक दवाओं के लिए किया जाता है। यह कारोबार भी चीन में खू फल-फूल रहा है।

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