10 जनवरी की रात को लगेगा चंद्र ग्रहण, जानिये किन राशियों पर पड़ेगा बुरा असर

2020 का पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लगने जा रहा है. यह चन्द्र ग्रहण मिथुन राशि और पुनर्वसु नक्षत्र में लगेगा. यह चंद्र ग्रहण कई देशों के साथ-साथ भारत में भी दिखाई देगा. यह ग्रहण 10 जनवरी रात 10:37 से शुरू होकर 11 जनवरी की सुबह 2:45 तक रहेगा. 

ग्रहण का प्रभाव 15 दिन तक रहता है. चंद्रमा जल का कारक होने से इस दौरान पृथ्वी पर जलीय आपदा या भूकम्प भी आ सकता है.

मेष: इस राशि से तृतीय भाव में चंद्र ग्रहण मित्रों और छोटे भाई बहनों से सम्बन्ध खराब करा सकता है। इसलिए 108 बार गायत्री मन्त्र का जाप करें तथा भगवान शिव के नमः शिवाय मंत्र का 3 माला जाप करें.

वृषभ: इस राशि से दूसरे भाव में चंद्र ग्रहण धन कुटुंब सम्बंधित वाद विवाद करा सकता है. इसलिए सफेद चीजों का दान करें जैसे सफेद कपड़ा चावल आदि.

मिथुन: इस बार चंद्र ग्रहण मिथुन राशि में ही लग रहा है. यह चंद्र ग्रहण स्वास्थ्य को लेकर परेशानी करा सकता है. इसलिए कच्चे दूध से रुद्राभिषेक अवश्य करवाएं.

कर्क: कर्क राशि से बारहवे घर मे चंद्र ग्रहण होने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है. मन अशांत रहेगा. इस दौरान चंद्रमा के मंत्र का जाप करें. ये मंत्र है ॐ सोम सोमाय नमः

कन्या: कन्या राशि में 10वें घर में चंद्र ग्रहण होने से कार्यों में देरी हो सकती है. इसके अलावा नौकरी में बदलाव भी हो सकता है. आपको इस दिन शिवलिंग का कच्चे दूध से अभिषेक करना चाहिए.

तुला: तुला राशि से नवम भाव में यह चंद्रग्रहण आपके कैरियर में बदलाव ला सकता है. सफेद चीजों के दान के साथ चंद्रमा के मंत्रों का जाप करें और अपनी माता को कोई सफेद चीज उपहार में दें.

वृश्चिक: राशि से अष्टम भाव में चंद्र ग्रहण हर कार्य मे गड़बड़ी करायेगा. इसकी वजह से आखों की समस्या हो सकती है और भाग्य में रुकावट आ सकता है. चावल की खीर बनाकर शिवलिंग पर अर्पित करें.

धनु: धनु राशि से सप्तम भाव में यह चंद्रग्रहण दाम्पत्य जीवन मे खराबी करेगा. यह चंद्र ग्रहण व्यापार में नुकसान करायेगा. अचानक कोई दुर्घटना घट सकती है. पंचाक्षरी मंत्र ॐ नमः शिवायका 11 माला जाप करें.

मकर: मकर राशि से छठे भाव में यह चंद्र ग्रहण मन मे निराशा और जीवनसाथी से वाद विवाद को बढ़ा सकता है. जीवन साथी के साथ शिवलिंग की पूजा करें और शिवाष्टक का पाठ करें.

कुंभ: कुंभ राशि से पंचम भाव में यह चंद्रग्रहण पेट के रोग और प्रेम के मामलों में गड़बड़ी करेगा. शिवलिंग पर दाएं हाथ से दूध चढ़ाएं और ॐ नमः शिवाय या नमः शिवाय का जाप करें तथा अपनी माता के चरण स्पर्श करें.

मीन: मीन राशि से चौथे भाव में चंद्रग्रहण आपकी माता की सेहत खराब करेगा. इससे आपके मन में निराशा आ सकती है. भगवान शिव शंकर की पूजा करें और अपने घर की उत्तर पूरब दिशा को हमेशा साफ रखें

किन राशियों के लिए शुभ रहेगा गुरुवार

मेष- सेहत ठीक रहेगी. परिवार में शांति आएगी. छोटी यात्रा के योग हैं. शुभ रंग पीला और भाग्य प्रतिशत 70 होगा

वृषभ- आर्थिक स्थिति बेहतर होगी. करियर में सुधार होगा. परिवार की समस्या हल होगी. शुभ रंग आसमानी और भाग्य प्रतिशत 80 होगा..

मिथुन- काम का दबाव कम होगा. परिवार में खुशहाली आएगी. धन प्राप्ति का योग है. शुभ रंग सफेद और भाग्य प्रतिशत 90 होगा.

कर्क- व्यर्थ की चिंता हो सकती है. करियर के निर्णयों में सावधानी रखें. केले का दान करें. शुभ रंग सुनहरा और भाग्य प्रतिशत 60 होगा.

सिंह- सेहत कमजोर रहेगी. काम का दबाव बढ़ सकता है. जल्दबाजी में काम करने से बचें. शुभ रंग लाल और भाग्य प्रतिशत 60 होगा.

कन्‍या- धन का लाभ होगा. विवाह के मामलों में तेजी आएगी. खान- पान का ध्यान रखें. शुभ रंग हरा और भाग्य प्रतिशत 70 होगा

तुला- करियर में सफलता मिलेगी. कारोबार में फायदा होगा. विदेश यात्रा के योग हैं. शुभ रंग नीला और भाग्य प्रतिशत 75 होगा.

वृश्चिक- सेहत का ध्यान रखें. करियर में लापरवाही न करें. केले का दान करें. शुभ रंग सफेद और भाग्य प्रतिशत 60 होगा.

धनु- काम में व्यस्तता रहेगी. सेहत मध्यम रहेगी. करियर में उन्नति होगी. शुभ रंग नारंगी और भाग्य प्रतिशत 65 होगा.

मकर- नई जिम्मेदारियां मिलेंगी. दौड़- भाग बढ़ सकती है. संतान की उन्नति होगी. शुभ रंग क्रीम और भाग्य प्रतिशत 65 होगा.

कुंभ- करियर की स्थितियों में सुधार होगा. मन की स्थितियां बेहतर होंगी. व्यस्तता रहेगी. शुभ रंग फिरोजी और भाग्य प्रतिशत 75 होगा

मीन- सेहत का ध्यान रखें. नौकरी के निर्णयों में सावधानी रखें. केले का दान करें. शुभ रंग भूरा और भाग्य प्रतिशत 60 होगा.

राहु या शनि की टेढ़ी नजर एक बार किसी पर पड़ जाए तो उस इंसान का जीवन दुखों से भर जाता है. राहु या शनि जिसकी कुंडली में बैठ जाए तो करोड़पति को भी कंगाल बना देते हैं. हालांकि प्रसन्न होने पर इनका आशीर्वाद भी फलदायी होता है. आइए जानते हैं 2020 में सभी राशियों में राहु और शनि का प्रभाव कैसा रहने वाला है. किन राशियों में ये मुसीबतें खड़ी करेंगे और किन्हें लाभ देंगे.

मेष-

मेष राशि वालों को 2020 में शनि या राहु से घबराने की जरूरत नहीं है. इस वर्ष शनि और राहु दोनों ही आपके ऊपर कृपा करेंगे. राहु विशेष रूप से आपकी सामर्थ्य और शक्ति बनाए रखेगा

वृष-

2020 में वृषभ राशि का सबसे बड़ा विलेन बृहस्पति होगा. ये हर कदम परआपकी समस्याएं बढ़ाएगा. वहीं, दूसरी तरफ शनि हर स्थिति में आपकी रक्षा करेंगे. साथ ही राहु सामान्य स्थित में बना रहेगा.

मिथुन-

इस वर्ष राहु की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी. लेकिन सफलता हासिल करने के लिए आपको काफी मेहनत करनी होगी. मिथुन राशि में इस वर्ष शनि शांत ही रहने वाले हैं.

कर्क-

कर्क राशि वालों के लिए इस वर्ष कुछ मामलों में शनि कृपा करेंगे. इस राशि में बृहस्पति से भी लाभ मिलने के योग बन रहे हैं. हालांकि राहु आपकी राशि में मुश्किलें खड़ी कर सकता है.

सिंह-

इस वर्ष राहु की कृपा से आप सारी समस्याओं पर विजय पा जाएंगे. राहु की कृपा से आपके सभी बिगड़े काम बनेंगे. साल के आरम्भ से ही बृहस्पति भी आपको लाभ देगा.

कन्या-

इस वर्ष शनि की ढैया उतरने से आपको काफी राहत मिलेगी. 24 जनवरी को शनि के राशि बदलने के बाद आपकी कई परेशानियां खुद-ब-खुद हल होने लगेंगी. लेकिन बृहस्पति के कारण थोड़ा उतार-चढ़ाव रह सकता है।

तुला-

शनि की ढैया का असर इस साल भी बरकरार रहेगा. करियर और संपत्ति के मामले में शनि की कृपा आप पर हो सकती है. हालांकि राहु से बहुत ज्यादा संभलकर रहने की जरूरत होगी.

वृश्चिक-

शनि की साढ़ेसाती उतरने से वृश्चिक राशि के जातकों को भी राहत मिलेगी. लेकिन राहु से सावधान रहना होगा. करियर से लेकर नौकरी या बिजनेस के मामले में आपको बड़ा नुकसान हो सकता है.

धनु-

शनि की साढ़ेसाती चलती रहेगी, परन्तु शनि अब लाभकारी भी होंगे. आपको बृहस्पति के कारण स्वास्थ्य और पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

मकर-

शनि की साढ़ेसाती कुछ हद तक लाभकारी होगी. लेकिन रुपयों-पैसों के मामले में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. राहु भी आपको समस्याओं से निकलने में मदद करेगा

कुम्भ-

शनि की साढ़ेसाती शुरू होगी, जो आपके लिए लाभकारी रहेगी. बृहस्पति से सावधान रहना होगा. यह न सिर्फ आपका स्वास्थ्य खराब करेगा बल्कि खर्च भी बढ़ाएगा

मीन-

मीन राशि वालों के लिए यह साल काफी मुश्किल होने वाला है. बृहस्पति और राहु दोनों ही आपकी मुश्किलें बढ़ाएंगे. हालांकि शनि का गोचर होने के बाद समस्याओं में कुछ कमी देखने को मिल सकती है.

2020 में शनि की चाल बदलने के बाद अपने ऊपर से संकट टालने के लिए कुछ उपाय करना बहुत जरूरी है. जिन राशियों में शनि का संकट है वे राशिनुसार कुछ जरूरी उपाय जरूर करें. जिन पर शनि मेहरबान हैं उनके लिए भी ये उपाय फलदायी होंगे.

मेष- शनि की कृपा से नौकरी और व्यापार में तरक्की होगी. अगर कुछ अड़चन आ रही है तो स्टील का एक कढ़ा हाथ में पहन लें.

वृष- शनि कर्ज ,रोग या शत्रु या मुकदमे से मुक्ति देगा, गले में पीपल की लकड़ी काले धागे में पहनें

मिथुन- शनि मशहूर और अमीर बनाएगा, पढ़ाई अच्छी होगी. जरूरतमंदों को खाना खिलाएं. नीला रुमाल रखें

कर्क- शनि मान सम्मान में वृद्धि और वाहन सुख देगा. आठ मुखी रुद्राक्ष काले धागे या स्फटिक की माला पहनें.

सिंह- शनि भाई बहनों को धन लाभ देगा या दाम्पत्य सुख बढ़ेगा. शनिवार को काले वस्त्र पहनें. काले वस्त्र दान दें.

कन्या- शनि, जमीन-जायदाद में तीन गुना लाभ देगा, विद्यार्थी जीवन में लाभ देगा. स्टील के पात्र में काले तिल तिजोरी या अलमारी में रखें.

तुला- शनि नयी नौकरी ,प्रोमोशन और स्थान परिवर्तन देगा, मिटटी के घड़े में जौ घर पर रखें.

वृश्चिक- शनि विदेश में नौकरी या पढाई करने भेज सकता है. स्टील की कटोरी में सरसों तेल रखकर पलंग के नीचे रखें.

धनु- शनि, नौकरी-व्यापार-शिक्षा में तीन गुना उन्नति देगा. लोहे की अंगूठी मध्यमा में पहनें. उड़द दान करें.

मकर- शनि नौकरी बदलेगा, नौकरी में अड़चन देगा. झूठ ना बोलें. तिल के लड्डू बांटें

कुम्भ- शनि विदेश में नौकरी लगा सकता है. पिता से लड़ाई ना करें. मुख्य द्वार पैट सरसों तेल दीपक जलाएं.

मीन- प्राइवेट नौकरी में प्रमोशन होगा. सैलरी बढ़ जाएगी. शनि देव को लड्डू चढ़ाएं

जानिए, किन राशियों के लिए शुभ रहेगा बुधवार

मेष- आर्थिक मजबूती आएगी. सेहत अच्छी रहेगी. संपत्ति का लाभ होगा. शुभ रंग आसमानी और भाग्य प्रतिशत 80 होगा.

वृषभ- विदेश यात्रा के योग हैं. रुका हुआ धन मिलेगा. शिक्षा, प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी. शुभ रंग लाल और भाग्य प्रतिशत 90 होगा

मिथुन- धन के अपव्यय से बचें. कर्ज का लेन- देन न करें. हरे फल का दान करें. शुभ रंग नारंगी और भाग्य प्रतिशत 60 होगा.

कर्क- प्रियजन से भेंट होगी. करियर में सफलता के योग हैं. धन का लाभ होगा. शुभ रंग सफेद और भाग्य प्रतिशत 80 होगा

सिंह- परिवार में शुशहाली आएगी. संतान की उन्नति होगी. नौकरी में पदोन्नति होगी. शुभ रंग धानी और भाग्य प्रतिशत 80 होगा

कन्‍या- यात्रा के प्रबल योग हैं. बड़ा आर्थिक लाभ होगा. विवाह तय हो सकता है. शुभ रंग पीला और भाग्य प्रतिशत 85 होगा

तुला- सेहत बिगड़ सकती है. धन के नुकसान से बचें. गणेशजी को दूर्वा अर्पित करें. शुभ रंग सिल्वर और भाग्य प्रतिशत 60 होगा

वृश्चिक- शिक्षा पर ध्यान दें. वाणी पर नियंत्रण रखें. विवाह तय हो सकता है. शुभ रंग सुनहरा और भाग्य प्रतिशत 80 होगा.

धनु- डूबा हुआ धन मिलेगा. परिवार में मंगल कार्य होगा. करियर में सफलता मिलेगी. शुभ रंग गुलाबी और भाग्य प्रतिशत 65 होगा

मकर- करियर की समस्याएं हल होंगी. संपत्ति लाभ के योग हैं. सेहत में सुधार होगा. शुभ रंग फिरोजी और भाग्य प्रतिशत 85 होगा..

कुंभ- व्यर्थ की चिंता न करें. करियर में लापरवाही न करें. हरे फल का दान करें. शुभ रंग हरा और भाग्य प्रतिशत 60 होगा.

मीन- आर्थिक लाभ होगा. वाहन सुख मिलेगा. संतान की सेहत का खयाल रखें. शुभ रंग नीला और भाग्य प्रतिशत 80 होगा.

जीवन में सुख-शांति के लिए शनि की कृपा होना बहुत जरूरी है. शनि की टेढ़ी नजर जिस किसी पर पड़ती है उस व्यक्ति का जीवन दुखों से भर जाता है. रुपयों की तंगी, घर में अशांति, असफलता और बीमारियों समेत कई संकट इंसान के सिर पर मंडराते रहते हैं. 2020 में कई राशियां शनि की साढ़ेसाती से प्रभावित होंगी.

सभी ग्रहों में शनि के गोचर की अवधि सबसे अधिक होती है, क्योंकि यह ग्रह लगभग ढाई वर्ष में राशि परिवर्तन करता है. इसलिए शनि के गोचर का मानव जीवन पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है. आइए जानते हैं 2020 में किन राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से गुजरना पड़ेगा.

मेष

इस राशि के जातकों को 2020 में शनि से घबराने की जरूरत नहीं है. इस राशि पर शनिक की साढ़ेसाती का प्रभाव नहीं रहेगा

वृषभ

वृषभ राशि के जातकों को भी चिंता करने की जरूरत नहीं है. साल 2020 में शनि की साढ़ेसाती आपके सिर पर नहीं मंडराएगी.

मिथुन

मिथुन राशि भी शनि के प्रभाव से मुक्त रहने वाले हैं. इस वर्ष इनकी कुंडली में भी शनि की साढ़ेसाती का प्रकोप नहीं है

कर्क

वर्ष 2020 में कर्क राशि के जातकों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव नहीं रहेगा

सिंह

सिंह राशि वालों को भी साल 2020 में शनि परेशान नहीं करने वाला है.

कन्या

वर्ष 2020 में कन्या राशि के लोगों पर शनि की साढ़ेसाती का असर नहीं होगा. शनि की दृष्टि से इस राशि के जातकों के लिए भी सब सही रहेगा.

तुला

इस राशि के लोगों पर भी शनि की टेढ़ी नजर नहीं पड़ेगी. यानी इन पर भी शनि का संकट नहीं रहेगा.

वृश्चिक

साल 2020 में वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में भी शनि की साढ़ेसाती नहीं है.

धनु

धनु राशि के लोगों को 2020 में सावधान रहने की जरूरत है. अगले वर्ष धनु राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा. साढ़ेसाती इस राशि के अंतिम चरण में है.

मकर

अगले वर्ष शनि का गोचर मकर राशि में ही हो रहा है. साल 2020 में इस राशि में शनि की साढ़ेसाती दूसरे चरण में रहेगी.

कुंभ

कुंभ राशि के लिए भी अगला साल चिंताजनक हो सकता है. 2020 आपकी साढ़ेसाती का प्रथम चरण शुरू हो रहा है. अगले 5 वर्षों तक यह आपकी कुंडली में रहने वाला है, इसलिए आपको फूंक-फूंककर कदम रखने की जरूरत है.

मीन

मीन राशि के लोगों को भी घबराने या चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. इस वर्ष मीन राशि के जातकों की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती नहीं है.

साल 2020 का पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लग रहा है. यह चंद्र ग्रहण रात 10 बजकर 37 मिनट से शुरू होगा जो रात में 2 बजकर 42 मिनट पर खत्‍म होगा. चंद्र ग्रहण लगने की कुल अवधि 4 घंटे से अधिक की रहेगी. इस चंद्र ग्रहण को भारत में भी देखा जा सकेगा.

चंद्र ग्रहण पर अद्भुत संयोग

जहां 10 जनवरी को साल का पहला चंद्र ग्रहण पड़ रहा है वहीं इस दिन पौष पूर्णिमा व्रत भी पड़ रहा है. हिन्दू धर्म में पूर्णिमा का बड़ा महत्व माना जाता हैपौष पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपने पूर्ण आकार में होता है लेकिन खास बात यह है कि इसी दिन चंद्रमा पर ग्रहण भी लग रहा हैहिन्दू ग्रन्थों में पौष पूर्णिमा के दिन दान, स्नान और सूर्य देव को अर्घ्य देने का विशेष महत्व है. पौष पूर्णिमा के दिन काशी, प्रयागराज और हरिद्वार में गंगा स्नान का बड़ा महत्व होता है.

वैदिक ज्योतिष और हिन्दू धर्म से जुड़ी मान्यता के अनुसार पौष सूर्य देव का माह कहलाता है.इस मास में सूर्य देव की आराधना से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है. क्यूंकि पौष का महीना सूर्य देव का माह है और पूर्णिमा चंद्रमा की तिथि है, इसलिए पौष पूर्णिमा के दिन सूर्य और चंद्रमा का अद्भूत संगम होता है. कहा जाता है कि इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों का पूजन करने से मनोकामनाएं पूरी होती है और जीवन में कोई बाधा नहीं आती है. वहीं साल का पहला चंद्र ग्रहण पूर्ण न होकर उपच्छाया ग्रहण होगा. इसमें चांद पूरी तरह नहीं छिपता है.

वैसे ग्रहण से करीब 12 घंटे पहले सूतक की शुरुआत हो जाती है. लेकिन उपच्छाया चंद्र ग्रहण में सूतक काल नहीं लगता है.  इस चंद्र ग्रहण में सूतक काल न लगने की वजह से मंदिरों के कपाट भी बंद नहीं किए जाएंगे और न ही पूजा-पाठ वर्जित होगी.

10 जनवरी को चंद्र ग्रहण के साथ पौष पूर्णिमा पड़ने की वजह से इस दिन ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान-दान करना बेहद शुभ होगा.

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