मध्य प्रदेश: इंजेक्शन लगते ही ठंड से कांपने लगे ब्लैक फंगस के मरीज, तेज बुखार और उल्टी की भी शिकायत

इंदौर/सागर/जबलपुर। मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रही ब्लैक फंगस बीमारी के बीच चौंकाने वाली खबर आई है। इस बीमारी से जूझ रहे मरीजों को जब एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन लगाए गए तो उन्हें जबरदस्त ठंड, तेज बुखार और उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी। प्रदेश के इंदौर, सागर और जबलपुर में इंजेक्शन के ये साइड इफेक्ट देखने को मिले। साइड इफेक्ट देखते हुए सागर के मेडिकल कॉलेज ने इंजेक्शन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी।

जानकारी के मुताबिक, ब्लैक फंगस के मरीज इंजेक्शन के बाद कांपने लगे। उन्हें इतनी जोरदार ठंड लग रही थी कि 6 कंबल भी काम नहीं आ रहे थे। इंदौर में जहां महाराजा यशवंतराव (MY) अस्पताल के वार्ड 21 सहित कई अस्पतालों में यह देखने को मिला, तो यही हालत सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज और जबलपुर मेडिकल कॉलेज में भी देखने को मिली।

मरीजों पर रखी जा रही नजर
MY हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने बताया कि ब्लैक फंगस का इंजेक्शन लगने के बाद 40 फीसदी मरीजों में साइड इफेक्ट देखे गए। इस पर नजर रखी जा रही है। दो या तीन डोज देने के बाद इस तरह के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। यहां कई मरीजों को उल्टी, चक्कर और शरीर में झुनझुनी जैसे साइट इफेक्ट हो रहे हैं।

सागर में डीन ने लगाई रोक
गौरतलब है कि सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में फिलहाल 27 मरीज हैं, जो ब्लैक फंगस का इलाज करा रहे हैं। बताया जाता है कि इनमें से 27 मरीजों को एंफोटेरिसन-बी इंजेक्शन दिया गया। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डीन ने इंजेक्शन के साइड इफेक्ट की जानकारी लगते ही इस पर रोक लगा दी। मेडिकल कॉलेज के मैनेजमेंट ने बताया कि मरीजों पर इंजेक्शन का रिएक्शन दिखाई दिया। अब उन्हें इंजेक्शन की जगह दूसरी दवाइयां दी जा रही हैं।

जबलपुर में भी मरीजों की हालत खराब
जबलपुर मेडिकल कॉलेज में भी इसी इंजेक्शन से 60 मरीजों की हालत खराब हो गई। जानकारी के मुताबिक दो वार्डों मे भर्ती इन मरीजों को इंजेक्शन लगने के 10 मिनट बाद तेज कंपकंपी, बुखार, उलटी और घबराहट होने लगी। इससे अस्पताल में हड़कंप मच गया। इसके बाद मरीजों को एंटी-रिएक्शन दवा दी गई और उन्हें राहत मिली. यहां ब्लैक फंगस के लगभग 126 मरीज भर्ती हैं।

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