मांग पूरी न होने पर महंत भगवत शरण दास करेंगे आत्मदाह, बिहारी जी मंदिर की भूमि को मुक्त कराने के लिए आंदोलन

संवाददाता
यूनिक समय, कोसीकलां। धर्मरक्षा संघ के बैनर तले ग्रामं शाहपुर स्थित बिहारी जी के मंदिर की भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराने एवं षडयंत्र में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए धरना प्रदर्शन एवं निर्णायक आंदोलन का प्रारंभ कर दिया गया है। महंत भगवत शरण दास ने इस प्रकरण में संलिप्त आरोपियों क जल्द गिरफ्तारी एवं कब्रिस्तान के स्थान पर बिहारी जी मंदिर का मालिक बतौर भू-अभिलेखों में परिवर्तन न किए जाने पर आत्मदाह करने की घोषणा की है।

मुख्य अतिथि अखाड़ा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष महंत हरिशंकर दास नागा ने कहा कि प्रशासन को तुरंत संज्ञान लेकर इस मसले का हल निकालना चाहिए, नहीं तो जल्दी हम मुख्यमंत्री से मिलकर मंदिर वाले स्थान को पुणे बिहारी जी के नाम करवा कर भव्य और दिव्य मंदिर बनाएंगे। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे महंत भगवत शरण दास ने कहा कि यदि शांतिपूर्ण तरीके से सरकार दोषियों की गिरफ्तारी नहीं करती और कब्रिस्तान के स्थान पर बिहारी जी के मंदिर का नाम कागजों में सरकारी अभिलेखों में दर्ज नहीं करती तो हो सकता है कि मुझे आत्मदाह जैसे कठोर कदम उठाने को बाध्य होना पड़ेगा। धर्मरक्षा संघ के राष्ट्रीय संयोजक आचार्य बद्रीश महाराज ने कहा के सरकार को हिंदुओं के सब्र की परीक्षा और नहीं लेनी चाहिए।

धर्मरक्षा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने कहा जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक आन्दोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन की घोर लापरवाही के चलते आज एक संत को आत्मदाह की घोषणा करनी पड़ी है। विश्व हिंदू परिषद कोसी के अध्यक्ष शिवकांत चौधरी ने धरने और प्रदर्शन को पूर्ण सहयोग और समर्थन प्रदान करने का वचन दिया। संघ के राष्ट्रीय महामंत्री दक्ष प्रजापति ने आभार जताया। कार्यक्रम में हनुमान टेकरी के महंत दशरथ दास, निर्मल अखाड़े के महंत अमनदीप सिंह एवं रामअवतार सिंह आदि उपस्थित थे।

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