लाइफस्टाइल में छोटे—छोटे करें ये बदलाव, माइग्रेन से मिलेगी मुक्ति!

नई दिल्ली। दिमागी सेहत के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए हर वर्ष 22 जुलाई को वर्ल्ड ब्रेन डे मनाया जाता है। इस अवसर पर चलिए माइग्रेन के बारे में बात करते हैं. आज के दौर में यह एक आम बीमारी बन चुकी है, लेकिन आम लोगों में इसको लेकर अब भी समझ का आभाव है।

आमतौर पर माइग्रेन का मतलब सिर के एक हिस्से में तेज दर्द से होता है। इसके साथ ही जी मिचलाना और आंख कमजोर होना भी इसका लक्षण होता है। तनाव, चिंता, थकान, पर्याप्त नींद न लेना, फिजिकल ओवरएग्जर्शन, लो ब्लड शुगर और जेट लैग की वजह से यह दर्द उभर सकता है। आमतौर पर माइग्रेन कुछ घंटों तक लगातार परेशान करता है, जबकि कई गंभीर मामलों में यह कई दिनों तक लगातार हो सकता है।

डॉक्टर के पास आने वाले जनरल कंसल्टेशन के 4.4 फीसद मामले सिरदर्द के होते हैं। यही नहीं करीब 20 फीसद लोगों को जीवन में कभी न कभी माइग्रेन की समस्या घेरती ही है। हालांकि, माइग्रेन के लिए कई तरह की दवाएं उपलब्ध हैं, फिर भी आप अपने लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे बदलाव करके भी इससे मुक्ति पा सकते हैं। चलिए जानते हैं लाइफस्टाइल में वो पांच बदलाव, जिनके जरिए आप माइग्रेन के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।

शांत वातावरण में रहें
माइग्रेन का पहला लक्षण दिखते ही आपको अपनी नियमित जीवनशैली से ही इसका उपाय ढूंढ़ना होगा। रोशनी की वजह से माइग्रेन बढ़ सकता है, ऐसे में लाइट बंद करके अंधेरे कमरे में आराम करने से फायदा होगा. सिर व गर्दन के हिस्से में गर्म और ठंडी सिकाई करने से भी दर्द में राहत मिल सकती है।

अच्छी नींद लें
आपको नियमित रूप से 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए. सोने और जागने का एक निश्चित समय तय करने से भी माइग्रेन में मदद मिल सकती है. सोने से पहले अच्छे मनपसंद संगीत और गर्म पानी से स्नान करने से भी माइग्रेन में राहत मिल सकती है।

खानपान पर नियंत्रण रखें

अगर संभव हो तो अपने खाने का समय निश्चित कर लें, यानी प्रतिदिन उसी समय पर भोजन करें और किसी वक्त का भी खाना ना छोड़ें। शराब, कैफीन, चॉकलेट और वसायुक्त भोजन (फैटी फूड) का सेवन ना करें या कम से कम करें। इनकी जगह हरी पत्तेदार सब्जियां, ओमेगा 3 फैटी एसिड्स से भरपूर भोजन, कॉम्पलैक्स कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन, ताजा सब्जियां, साबुत अनाज और अनाज का सेवन करें।

नियमित व्यायाम करें

तनाव और चिंता, माइग्रेन की वजह बन सकते हैं. जब हम व्यायाम करते हैं तो हमारा शरीर कैमिकल (एंडोर्फिन्स) छोड़ता है, जो तनाव और चिंता से छुटकारा दिलाता है। व्यायाम की वजह से नींद भी अच्छी आती। यही वजह है कि व्यायाम को माइग्रेन से छुटकारा पाने का प्रभावी तरीका माना जाता है। हालांकि, व्यायाम शुरू करने से पहले डॉक्टर और ट्रेनर से बात कर लें, क्योंकि कुछ व्यायाम की वजह से माइग्रेन का दर्द बढ़ सकता है।

खूब पानी पिएं
शरीर में पानी की कमी की वजह से सिरदर्द शुरू हो सकता है। विभिन्न अध्यनों में पाया गया है कि डिहायड्रेटेड लोगों को पानी पीने के बाद 30 मिनट से 3 घंटे के बीच सिरदर्द से आराम मिल जाता है। शरीर में पानी की कमी की वजह चिड़चिड़ापन, एकाग्रता में कमी भी हो जाती है और इससे माइग्रेन का दर्द और बढ़ सकता है। उचित मात्रा में पानी पीना और पानी से भरपूर खाद्य पदार्थों के सेवन से माइग्रेन में राहत मिलती है।

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