विधायक महिला ने 2 दिन में दो तरह से की शादी, इस MLA के साथ लिए सात फेरे

नवांशहर. पंजाब से कांग्रेस के विधायक और यूपी से कांग्रेस MLA अदिति सिंह दोनों विवाह के बंधन में बंध गए। बता दें कि दोनों की यह शादी दो बार दो तरह से हुई है। पहले 21 नवंबर यानि गुरुवार के दिन दिल्ली में हिंदू रीति-रिवाज के साथ हुई थी। वहीं दूसरी शनिवार के दिन सिख रीति-रिवाजों के अनुसार पंजाब में हुई।

दोनों जगह अलग-अलग होंगे रिसेप्सन 
दरअसल, पंजाब की रीति-रिवाजों के साथ वाली शादी विधायक अंगद के गांव सलोह में अपनी कोठी में हुई है। वहीं दिल्ली वाली शादी राजधानी की जोरबा होटल में संपन्न हुई। दोनों का अलग-अलग रिसेप्सन भी रखा गया है। जहां पहला 23 नवंबर को नवांशहर में विधायक अंगद के निवास स्थान पर होगा। वहीं दूसरा रिसेप्सन दिल्ली में 25 नवंबर को एक रिसॉट में रखा गया है।

दोनों के पिता थे दोस्त
अंगद के पिता विधायक प्रकाश सिंह सैनी और अदिति के पिता विधायक अखिलेश सिंह करीब 20 साल दोस्त रहे। दिसंबर 2018 में अंगद और अदिति की सगाई हुई थी। अखिलेश सिंह ने 5 बार रायबरेली सदर सीट पर चुनाव जीता था। उनका करीब 6 महीने पहले निधन हो गया।

शादी से एक दिन पहले किया था इमोशनल मैसेज 
अदिति सिंह ने शादी से एक दिन पहले अपने पिता को याद करते हुए लिखा था- एक पिता की सबसे बड़ा सपना उसकी बेटी की शादी करना होता है, पापा आपने अंगद को मेरा सच्चा जीवनसाथी चुना, आज इस खुशी के मौके पर आप नही हैं, आपकी बहुत याद आ रही है। मिस यू & Love यू पापा।

महिला ने विधायक ने कहा-मैं अंगद को अपना जीवनसाथी पाकर खुश हूं
अदिति कहती हैं, अंगद और मैं एक ही राजनीतिक पार्टी कांग्रेस से हैं। हमें इसका फायदा मिलेगा। मैं अंगद को अपना जीवनसाथी पाकर खुश हूं। वह एक अच्छे इंसान हैं जो मेरी और मेरे काम की इज्जत करते हैं। एक ही पार्टी के लोग अलग-अलग विचारधारा के हो सकते हैं। लेकिन दोनों में से किसी को इसकी सजा नहीं मिलनी चाहिए। हालांकि, हम दोनों एक-दूसरे की विचारधारा का सम्मान करते हैं, उसे प्रभावित नहीं करते हैं।

अमेरिका में पढ़ी हैं अदिति
अदिति ने अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उनकी स्कल की पढ़ाई बोर्डिंग स्कूल से हुई है। उन्हंने से 12 क्लास की पढ़ाई दिल्ली से की थी। इसके बाद वह आगे की एज्जूकेश्न के लिए अमेरिका चली गईं थी। अदिति सिंह यूपी में सबसे युवा विधायकों में से एक हैं। उन्होंने साल 2017 में 90 हजार अधिक वोटों के साथ रायबरेली सदर सीट हासिल की थी।

नहीं छोड़ पाऊंगी रायबरेली
जब उनसे मीडिया ने सवाल किया कि क्या अब आप शादी के बाद रायबरेली को छोड़ देगीं। तो उन्होंने कहा- मैं कभी दूर नहीं जा सकती रायबरेली से, मेरा दिल बसा हुआ है। क्यों एक महिला से हमेशा सवाल किया जाता है कि वह अपने करियर और शादी को कैसे प्रबंधित करेगी ?? महिलाओं में दोनों को संभालने की क्षमता है और मैं भी काम करना जारी रखूंगी। हमें महिलाओं से इस तरह के सवाल पूछना बंद कर देना चाहिए।

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