बाघंबरी मठ से संगम के लिए निकली नरेंद्र गिरी की अंतिम यात्रा, पोस्टमॉर्टम में दम घुटने से मौत की बात

प्रयागराज
बाघंबरी मठ के महंत नरेंद्र गिरी को आज समाधि दी जानी है। इसको लेकर तैयारियां की जा रही हैं। इस बीच महंत के पार्थिव शरीर का पोस्टमॉर्टम किया गया। बताते चलें कि सोमवार को नरेंद्र गिरी का शव बाघंबरी पीठ के कमरे में फंदे से लटकता हुआ मिला था। इस बीच महंत के सम्मान में प्रयागराज शहर की दुकानों और स्कूलों को बंद रखा गया है।

अपडेट@11AM- पोस्टमॉर्टम के बाद महंत नरेंद्र गिरी का पार्थिव शरीर बाघंबरी मठ से संगम तट लाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि नींबू के पेड़ के पास उनको समाधि दी जाएगी। इससे पहले प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू मेडिकल कॉलेज में पांच डॉक्टरों की टीम ने उनके शव का पोस्टमॉर्टम किया। पोस्टमॉर्टम में दम घुटने से मौत की बात सामने आ रही है। इस बीच उनके विसरा को जांच के लिए सुरक्षित रख लिया गया है। यह पूरी प्रक्रिया तकरीबन दो घंटे तक चली। पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है।

‘सुसाइड नोट में महंत की लिखावट’
मंगलवार को महंत के अंतिम दर्शन करने वालों का तांता लगा रहा। इससे पहले नरेंद्र गिरी का सुसाइड नोट पुलिस ने सार्वजनिक किया था। इस नोट में उन्होंने अपने शिष्य बलवीर गिरी को उत्तराधिकारी बनाया है। इस सुसाइड नोट में महंत ने साफ तौर पर लिखा है कि आनंद गिरी, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी उनकी मौत के जिम्मेदार हैं। बलवीर गिरी ने कहा है कि लिखावट महंत नरेंद्र गिरी की ही है।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*