अब नहीं रहेगा बच्चों में निमोनिया का डर, सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर मुफ्त लगाया जाएगा टीका

मुंबई
मुंबई सहित महाराष्ट्र में अब नौनिहालों को निमोनिया का खतरा कम होगा। इसके लिए राज्य सरकार ने कारगर योजना बनाई है। इस योजना के तहत मुंबई सहित पूरे राज्य में सालाना 19 लाख बच्चों को निमोनिया का टीका दिया जाएगा। मुंबई में इसका शुभारंभ 13 जुलाई से हो रहा है। मुंबई में डेढ़ माह के बच्चों को टीके लगाए जाएंगे। इसके लिए 208 जगहों पर टीकाकरण की व्यवस्था की गई है।

बच्चों को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत मुंबई में विभिन्न टीके लगाए जाते हैं। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बच्चों को निमोनिया से बचाने के लिए बच्चों के टीकाकरण के लिए नई न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) को अब नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया गया है।

बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर मुंबई में पीसीवी टीकाकरण का शुभारंभ 13 जुलाई से किया जाएगा। काकानी के मुताबिक, नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत बच्चों को बीसीजी, पोलियो, रोटावायरस, पेंटावैलेंट, खसरा, रूबेला, जेई, डीपीटी आदि टीके दिए जाते हैं। सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक, बच्चों को निमोनिया से बचाने के लिए पीसीवी वैक्सीन दी जाएगी और इसे नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल कर लिया गया है।

स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों को इसके लिए प्रशिक्षित भी किया गया है। काकानी के अनुसार, शिशुओं को पीसीवी वैक्सीन की तीन खुराकें समय-समय पर दी जाएंगी। इस नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में इसकी शुरुआत से शिशु मृत्यु दर को कम करने में मदद मिलेगी। जागरूकता के लिए पोस्टर और बैनर तैयार किए गए हैं। यह रोग स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया बैक्टीरिया के कारण होता है। यह श्वांस प्रक्रिया को संक्रमित करता है और फेफड़ों में सूजन का कारण बनता है। गंभीर निमोनिया होने का खतरा दो साल तक के बच्चों में देखा जाता है।

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