इमरान खान ने कश्मीर पर प्रदर्शन की अपील, पाकिस्तान पत्रकारों बोले—पहले अपना घर..

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद पाकिस्तान को दुनिया भर में कहीं से भी मदद नहीं मिल रही है. अब पाकिस्तान ने अपनी जमीं पर ही विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है. ये विरोध प्रदर्शन शुक्रवार दोपहर 12 से 12.30 बजे तक किया जाएगा. कश्मीर पर हुई पाकिस्तान संसदीय कमेटी की मीटिंग के दौरान पाक नेशनल असेंबली के स्पीकर फखर इमाम ने ये जानकारी दी. उन्होंने कहा कि संसद की सलाह पर कश्मीर को लेकर शुक्रवार को देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. इसके साथ ही पाकिस्तान के रेलमंत्री शेख रशीद अहमद ने कहा इस दौरान विरोध स्वरूप पूरे देश की ट्रेनों को एक मिनट के लिए बंद कर दिया जाएगा.

कश्मीर आवर की घोषणा
इस दौरान इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन के निदेशक मेजर जनरल आसिफ गफ्फूर ने बताया कि शुक्रवार ‘कश्मीर आवर मनाया जाएगा. इस दौरान देशभर में विरोध प्रदर्शन होंगे और एक मिनट के लिए ट्रेनें रोक दी जाएंगी. इस बीच पाकिस्तान और कश्मीर के राष्ट्रगान बजाए जाएंगे. गौरतलब है कि इससे पहले सप्ताह के शुरुआत में ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने घोषणा की थी कि 30 अगस्त से हर सप्ताह कश्मीर के लोगों के लिए दोपहर 12 से 12.30 के बीच देश में कार्यक्रमों की शुरुआत की जाएगी.

 

पाकिस्तान के पत्रकारों ने दिखाया सरकार को आईना
इमरान सरकार की विरोध प्रदर्शन की अपील के बाद पाकिस्तानी पत्रकारों ने उन्हें आईना दिखाया है. कई पत्रकारों ने लिखा है कि इमरान खान को पहले देखना चाहिए कि वह अपने देश में क्या कर रहे हैं.

सोशल मीडिया पर लगातार कई पाकिस्तानी पत्रकार इस अपील का मज़ाक उड़ा रहे हैं, या फिर आलोचना कर रहे हैं. अक्सर ट्विटर पर इन मुद्दों पर लिखने वालीं नायला इनायत ने भी तंज कसते लिखा, ‘ब्रेकिंग!! भारत से आ रहे हवा और पानी को पाकिस्तान 12 से 12.30 के बीच रोकेगा.’

भारत ने अपना काम किया अब हमारी बारी
जिस दौरान जी 7 समिट में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात कर रहे थे और उन्होंने कहा था कि कश्मीर भारत का अंदरूनी मामला है. इसके बाद इमरान खान ने कहा था कि भारत को जो भी करना था वह कर दिया. उन्होंने अपना तुरुप का पत्ता चल दिया है और अब हमारी बारी है. मालूम हो कि कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान कई देशों के पास मदद की गुहार लगा चुका है, लेकिन उसे चीन के अलावा लगभग हर जगह से मुंह की खानी पड़ी है. वहीं, इस मसले पर भारत के साथ फ्रांस, अमेरिका, रूस और ‌ब्रिटेन हैं.

भारत की कोशिशों पर फिर पानी
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि हमने यूनाइटेड नेशंस को एक पत्र लिखकर कश्मीर के मसले से अवगत करवाया था. इसके बाद यूएन सिक्योरिटी काउंसिल के साथ इस बारे में एक मंत्रणा भी हुई. यह होने से भारत ने रोकने की काफी कोशिश की, लेकिन उनके इरादों पर पानी फिर गया. उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए एक बड़ी उपलब्‍धि है.

चीन ने कही थी ये बात
कश्मीर मसले पर यूएन सिक्योरिटी काउंसिल के साथ एक क्लोस्ड डोर मीटिंग की कोशिश चीन ने भी की थी. लेकिन इस दौरान यूएनएससी ने कहा था कि यह दोनों देशों के बीच की बात है और उन्हें ही आपसी बातचीत के जरिए यह मसला सुलझाना चाहिए. गौरतलब है कि कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और भारत के साथ उसने हर तरह से रिश्ते खत्म कर लिए हैं. इस दौरान दोनों देशों के बीच होने वाला व्यापार, समझौता और थार एक्सप्रेस ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं. वहीं मसले पर भारत यह कहता आ रहा है कि जम्मू-कश्मीर पर लिया हुआ हर निर्णय उनका अंदरूनी मामला है और पाकिस्तान को इस मसले पर दखल नहीं देना चाहिए.

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