राजीव एकेडमीः क्लाउड कम्प्यूटिंग पर हुई कार्यशाला

कई बिजनेस एप्लीकेशन मुहैया कराता है क्लाउड कम्यूटिंगः आईटी विशेषज्ञ

मथुरा। राजीव एकेडमी फोर टेक्नोलाॅजी एंड मैनेजमेंट में आयोजित कार्यशाला में आई.टी क्षेत्र के जाने-माने विशेषज्ञ अहमद मजीद जहूरी ने छात्र-छात्राओं को उद्योग जगत में क्लाउड कम्यूटिंग की बढ़ती लोकप्रियता के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि क्लाउड कम्प्यूटिंग इण्टरनेट पर आधारित प्रक्रिया है जो कई प्रकार की बिजनेस एप्लीकेशन आॅनलाइन मुहैया कराता है। वेब ब्राउजर का इस्तेमाल करके हम इस तक पहुंच सकते हैं। इससे किसी उद्योग को कम लागत पर शुरु किया जा सकता है, क्योंकि विभिन्न कम्पनियां अपने क्लाइंटस उद्योग को निश्चित समयाविधि एवं निश्चित खर्च में वैब स्पेस उपलब्ध कराती हैं।
आई.टी विशेषज्ञ अहमद मजीद जहूरी ने कहा कि आज से बीस वर्ष पूर्व की आई.टी. तकनीक में ऐसी सुविधा नहीं थी। तब हमें सर्वर लगाने पड़ते थे। जिन पर लाखों रुपये प्रतिवर्ष व्यय करना होता था। ऐसे में उद्योग को लगाना और फिर चलाना कठिन हो जाता था। कम्प्यूटिंग क्लाउडिंग में कलाइंट्स को स्थाई तौर पर सर्वर बनाने के आवश्यकता नहीं पड़ती। वह कम खर्च में अपने उद्यम की शुरूआत कर सकता है। चूकि यह तकनीक ब्राउजर पर आधारित है इसलिए एपीआई के माध्यम से इसका उपयोग किया जा सकता है। आज हम क्लाउड कम्यूटिंग के माध्यम से कम खर्चा में अपने अपेक्षित समय के लिए बेव स्पेस को किराए पर भी ले सकते हैं। सर्वर की क्षमता को घटा और बढ़ा भी सकते हैं।
उन्होंने बताया कि यह तकनीक अंतराष्ट्रीय कम्पनियों द्वारा प्रदान की जा रही है। जो काफी विश्वसनीय सेवा है। इस तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए इंटरनेट की आवश्यकता होती है। इंटरनेट उपलब्ध होने पर हम 20 से 25 मिनट के समय में अपना सर्वर कनफिगर कर सकते है। उन्होने कहा आज के डिजीटल जगत में इसकी बड़ी अहमियत है।
आरके एजुकेशन हब के चैयरमेन डा. राम किशोर अग्रवाल, वाइस चैयरमेन पंकज अग्रवाल और एमडी मनोज अग्रवाल ने कहा कि सेमीनार से छात्र-छात्राओं को नवीनतम जानकारी और ज्ञान प्राप्त होता है। वैसी एक खास तकनीक क्लाउड कम्यूटिंग का उद्योग जगत में काफी उपयोग होने लगा है। इस क्षेत्र में करियर भी काफी उज्ज्वल दिखाई दे रहा है। खास तौर पर एमसीए के छात्र-छात्राओं को क्लाउड कम्यूटिंग की दिशा में बेहतर करियर बनाने की ओर गंभीर प्रयास करने चाहिए।
संस्थान के निदेशक डाॅ. अमर कुमार सक्सैना ने कहा कि एमसीए एवं बीसीए जैसे टेक्निकल कोर्स करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए विश्व स्तरीय कम्पनियों मंे जाॅब प्राप्त करने के लिए क्लाउड कम्प्यूटिंग का प्रायोगिक ज्ञान होना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने बताया कि सेमीनार के दौरान क्लाउड कम्प्यूटिंग कांसेप्ट के सन्दर्भ में छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने विचार शेयर करते हुए शंका समाधान के लिए प्रश्न भी किये। इन प्रश्नों का उत्तर प्राप्त करते हुए इस खास तकनीक के विषय में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर एमसीए विभागाध्यक्ष गोपाल सारस्वत, शरद सिंह आदि उपस्थित रहे।

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