मथुरा में रामलीला महोत्सव प्रतीकात्मक रुप से मनाया जाएगा

मथुरा। चित्रकूट पर आयोजित श्री रामलीला सभा की बैठक में श्री रामलीला महोत्सव को लेकर विचार विमर्श किया गया। सभापति जयन्ती प्रसाद अग्रवाल व प्रधानमंत्री मूलचन्द गर्ग ने बताया कि इस वर्ष  कोविड-19 के प्रकोप के कारण प्रशासन ने लीला मंचन की स्वीकृति नहीं दी है । इसलिए श्रीरामलीला महोत्सव प्रतीकात्मक रूप से मनाया जायेगा । 21 दिवसीय महोत्सव में प्रतिदिन लीला प्रदर्शन के क्रमानुसार श्री रामचरित मानस की चौपाइयों का संगीतबद्ध रूप से पाठ लीला स्वामी अनिल कुमार शर्मा के निर्देशन व गणेश व्यास द्वारा किया जायेगा । उन्होंने बताया कि 21 दिवसीय महोत्सव 28 सितम्बर से प्रारम्भ होगा ।

इसी दिन श्री रामचरित मानस ग्रन्थ का पूजन व्यासपीठ पूजन एवं तुलसीदास के जीवन चरित्र की चौपाइयों का पाठ, 29 को शिव पार्वती विवाह, 30 को नारह मोह व रावण जन्म, एक को अक्टूबर को रामजन्म, आकाशवाणी, दो अक्टूबर को अहिल्या चरित्र, ताड़का वध व जानकी जन्म, तीन अक्टूबर को पुष्पवाटिका व गौरी पूजन, चार को धनुष यज्ञ, पांच को राम विवाह महोत्सव, छह को कोप भवन, सात को खरदूषण वध व सीता हरण,       10 को शबरी मिलन, हनुमान मिलन व बाली वध, 11 को सीता अन्वेशण व  लंका दहन, 12 को विभीषण शरणागत व अंगद रावण संवाद, 13 को लक्षमण शक्ति व कुम्भकरण वध, 14 को मेघनाद वध व सुलोचना सती, 15 को अहिरावण व रावण वध, 16 को भरत मिलाप, 17 को राजभिषेक की रामचरित मानस की चौपाइयों का गायन व वर्णन होगा । पाठ प्रतिदिन 5 बजे से 8 बजे तक होगा । 18 को अक्टूबर को प्रात: 9 बजे शान्ति पाठ होगा बैठक में मार्गदर्शक गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी, रविकान्त गर्ग, कन्हैया लाल बजाज, उमेश प्रेस वाले, सभापति जयन्ती प्रसाद अग्रवाल, उपसभापति जुगलकिशोर अग्रवाल, नन्दकिशोर अग्रवाल, प्रधानमंत्री मूलचन्द गर्ग, उपप्रधानमंत्री प्रदीप कुमार सर्राफ पीके, विजय कुमार सर्राफ किरोड़ी, कोषाध्यक्ष शैलेश अग्रवाल, अजय मास्टर, श्रृंगार मंत्री बांकेलाल अग्रवाल, जुलूस मंत्री विनोद अग्रवाल, चन्द्रा संयोजक दिनेश चन्द एवं लीला मंत्री कैलाश गुप्त आदि उपस्थित थे।

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