सरकारी जमीन पर कब्जा किए बैठे भूमाफियाओं की शामत, सात दिन में दर्ज हुई 50 एफआईआर

नोएडा। सरकारी ज़मीन पर कब्जा किए बैठे भूमाफियाओं की अब शामत आ गई है। पुलिस और प्रशासन ने मिलकर ऐसे भूमाफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। एफआईआर दर्ज कराकर कार्रवाई की जा रही है। इसी के चलते सिर्फ 7 दिन में ही रिकॉर्ड 50 एफआईआर भूमाफियाओं के खिलाफ अलग-अलग थानों में दर्ज कराई गई हैं। गौरतलब रहे हाल ही में डीएम गौतमबुद्ध नगरने रक्षा मंत्रालय की 161 एकड़ ज़मीन पर से 70 साल पुराने कब्जे को खाली कराया है।

जानकारों की मानें तो हरनंदी और यमुना किनारे खादर और डूब क्षेत्र की ज़मीन पर भूमाफियाओं ने अवैध कब्जा कर लिया था। जिसे हाल ही में सिचाई विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए सख्ती के साथ खाली कराया है। साथ ही दूसरी ज़मीनों पर भी हुए कबजों को लेकर सिंचाई विभाग ने जांच की। जांच के बाद ही सिंचाई विभाग ने ग्रेटर नोएडा के अलग-अलग थानों में 49 और नोएडा के थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई गई है। एफआईआर दर्ज होते ही पुलिस-प्रशासन ने भी कमर कसते हुए भूमाफियाओं के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है।

किस थाने में दर्ज हुई कितनी एफआईआर
जानकारों का कहना है कि इस पूरे मामले में डीएम सुहास एलवाई ने रिपोर्ट लेते हुए पुलिस अफसरों से केस दर्ज कराने की बात कही थी। इसके बाद एक्सप्रेस-वे कोतवाली में 21, बिसरख कोतवाली में 10, इकोटेक-3 कोतवाली में 7, इकोटेक-1 कोतवाली में 5, दनकौर में 3, नॉलेज पार्क में 2, कासना और सेक्टर-39 में एक-एक एफआईआर दर्ज हुई है। इसे पुलिस और प्रशासन की भूमाफिया के खिलाफ अब की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया जा रहा है।

इस मामले पर क्या बोले डीएम और पुलिस कमिश्नर
गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह और डीएम सुहास एलवाई का कहना है कि भूमाफिया को चिह्नित किया जा रहा है। इसके बाद उनके खिलाफ भूमाफिया और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। डीएम का कहना है कि जिले में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने वालों और बेचने वालों को भूमाफिया घोषित करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

वहीं, पुलिस कमिश्नर का कहना है कि शिकायतों के आधार पर 50 मामले दर्ज करके सख्त कार्रवाई की जा रही है। भूमाफिया और अवैध कालोनाइजर पर गैंगस्टर एक्ट व भूमाफिया अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। साथ ही पुलिस ने कई और बड़े माफियाओं की करोड़ों रुपये की संपत्ति चिह्नित की है।

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