एमएस धोनी को सौरव गांगुली ने टीम में नहीं दी जगह, इसको चुना विकेटकीपर

नई दिल्ली. एमएस धोनी एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिनकी गिनती दुनिया के नंबर 1 विकेटकीपरों में होती है. धोनी जैसा दिमाग, विकेट के पीछे उनकी फुर्ती शायद ही किसी और विकेटकीपर के अंदर हो, लेकिन टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अपनी टीम में धोनी को विकेटकीपर ही नहीं चुना है. यहां तक कि गांगुली ने उन्हें टीम में जगह तक नहीं दी है. गांगुली ने सभी को चौंकाते हुए धोनी की जगह ऋषभ पंत को मौका दिया है.

गांगुली की आईपीएल फैंटेसी इलेवन
सौरव गांगुली ने अपनी आईपीएल फैंटेसी इलेवन का ऐलान किया है जिसमें उन्होंने खुद को कप्तान बनाया है और बतौर विकेटकीपर ऋषभ पंत को मौका दिया है. गांगुली ने धोनी की जगह पंत को चुनने की वजह नहीं बताई. उन्होंने बस इतना कहा कि ये टीम सिर्फ मजे के लिए चुनी गई है. गांगुली ने कहा कि पंत एक युवा विकेटकीपर हैं और वो इस मुद्दे पर कोई बहस नहीं करना चाहते.

कहीं ये धोनी का करियर खत्म होने का इशारा तो नहीं?
भले ही सौरव गांगुली ने धोनी को अपनी फैंटेसी इलेवन में ना चुनने को महज एक मजाक बताया है लेकिन ये कहीं और भी इशारा करता है. माना जा रहा है कि कहीं गांगुली ने धोनी का करियर खत्म होने की ओर इशारा तो नहीं कर दिया है. बता दें धोनी वर्ल्ड कप 2019 के बाद से ही वनडे और टी20 टीम से बाहर हैं, उनकी जगह लगातार ऋषभ पंत को मौका दिया जा रहा है. धोनी की वापसी होगी या नहीं इस पर कोई भी खुलकर नहीं बोल रहा है.

वैसे सिर्फ पंत ही नहीं धोनी की आईपीएल फैंटेसी इलेवन में कई चौंकाने वाले नाम हैं. गांगुली ने टीम में रियान पराग को भी जगह दी है, जो कि राजस्थान रॉयल्स टीम का हिस्सा हैं. मार्कस स्टोयनिस भी उनकी आईपीएल प्लेइंग इलेवन में हैं.

गांगुली की आईपीएल फैंटेसी इलेवन- सौरव गांगुली (कप्तान), रोहित शर्मा, विराट कोहली, डेविड वॉर्नर, ऋषभ पंत, आंद्रे रसेल, जसप्रीत बुमराह, मार्कस स्टोयनिस, रियान पराग, जोफ्रा आर्चर और रवींद्र जडेजा.

टीम इंडिया को जीत दिलाने के बाद रवींद्र जडेजा ने साधा विरोधियों पर निशाना, कहा- साबित करना है कि मैं वनडे खेल सकता हूं

वेस्टइंडीज के खिलाफ रविवार को टीम इंडिया ने रोमांचक अंदाज में 4 विकेट से कटक वनडे जीता. इस जीत में रवींद्र जडेजा ने अहम भूमिका निभाते हुए नाबाद 39 रन बनाए. जडेजा की इस पारी की बदौलत भारतीय टीम ने लगातार 10वीं बार वेस्टइंडीज को वनडे सीरीज में मात दी. टीम इंडिया को जीत दिलाने के बाद जडेजा थोड़े भावुक हो गए और उन्होंने कहा कि वो दुनिया नहीं खुद को साबित करना चाहते हैं कि वो वनडे मैच खेल सकते हैं.

वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच जिताऊ पारी खेलने के बाद जडेजा ने इशारों ही इशारों में विरोधियों पर तंज कसा. जडेजा ने कहा, ‘मुझे खुद को साबित करना था कि मैं अभी भी वनडे और टी20 क्रिकेट खेल सकता हूं. मुझे दुनिया में किसी को कुछ साबित नहीं करना था.’ कटक वनडे में अपनी पारी के बारे में जडेजा ने कहा, ‘यह काफी अहम पारी थी क्योंकि यह निर्णायक मैच था. विकेट बल्लेबाजी के लिये उम्दा था, हमें बस गेंद को भांपकर खेलना था.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने इस साल ज्यादा वनडे क्रिकेट नहीं खेला. लेकिन जब भी मौका मिला गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की.

बता दें जडेजा वर्ल्ड कप से पहले भारत की वनडे और टी20 टीम से बाहर चल रहे थे लेकिन इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप के लिए उन्हें टीम में जगह मिली. वर्ल्ड कप के दौरान जडेजा को पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने ‘टुकड़ों टुकड़ों में खेलने वाला खिलाड़ी’ कहा था लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल में उन्होंने 59 गेंदों में 77 रन बनाकर टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया था.

वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज जीत के बाद जडेजा ने टीम इंडिया की खराब फील्डिंग पर चिंता जताई. उन्होंने माना कि को फील्डिंग पर मेहनत करनी होगी. जडेजा ने कहा, ‘पूरी श्रृंखला में कई कैच छूटे. हमारी फील्डिंग के स्तर को देखते हुए ऐसा नहीं होना चाहिये था. दूधिया रोशनी में ओस के कारण ऐसा हो जाता है. कैच छूटने का खामियाजा भुगतना पड़ता है, अगली श्रृंखला में इस पहलू पर ध्यान देना होगा.’

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