छोटे शहरों में टेस्टिंग बढ़ाए राज्य, कोरोना के लिए दिए पीएम ने दिए ये मंत्र

नई दिल्ली। देश में बढ़ते कोरोना ग्राफ को देखते हुए प्रधानमंत्री ने आज मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की। उन्होंने मुख्यमंत्रियों से कोरोना के प्रभाव और वैक्सीनेशन पर भी चर्चा की। कोविड—19 के खिलाफ भारत की लड़ाई का दुनिया में उदाहरण दिया जाता है।

हमारी स्वस्थ होने की दर 96 प्रतिशत से अधिक है और मरने वाले लोगों की संख्या सबसे कम है। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत में कहा हमें कोरोना वायरस को फिर से फैलने से फौरन रोकना होगा। इसके लिए राज्य सरकार छोटे शहरों में टेस्टिंग की दर को बढ़ाए। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ इस बैठक में शामिल नहीं हुए।

प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में कहा कि टीकों की खुराक की बर्बादी के मुद्दे को गंभीरता से लेने की जरूरत है. उन्होंने और टीकाकरण केंद्र बनाए जाने का आह्वान किया।

मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में कहा कि कोरोना की लड़ाई में हम आज जहां तक पहुंचे हैं, उससे आया आत्मविश्वास, लापरवाही में नहीं बदलना चाहिए. हमें जनता को पैनिक मोड में भी नहीं लाना है और परेशानी से मुक्ति भी दिलानी है।

उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में केसों की संख्या बढ़ रही है। देश के 70 जिलों में ये वृद्धि 150 प्रतिशत से ज्यादा है। हमें कोरोना की इस उभरती हुई “सेकंड पीक” को तुरंत रोकना होगा. इसके लिए हमें तेज और निर्णायक कदम उठाने होंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में कहा कि कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई को एक साल से ज्यादा हो रहा है. भारत के लोगों ने कोरोना का जिस प्रकार सामना हो रहा है, उसे लोग उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते हैं। आज देश में 96 प्रतिशत से ज्यादा मामले रिकवर हो चुके हैं.।मृत्यु दर में भी भारत सबसे कम दर वाले देशों में है।

पीम ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में कहा कि ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ को लेकर भी हमें उतनी ही गंभीरता की जरूरत है जैसे कि हम पिछले एक साल से करते आ रहे हैं. हर संक्रमित व्यक्ति के संपर्क को कम से कम समय में ट्रैक करना और RT-PCR टेस्ट रेट 70 प्रतिशत से ऊपर रखना बहुत अहम है।

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