काम की बात: बैंक अकाउंट में न हो एक भी रुपया! फिर भी जरूरत पर निकाल सकते हैं!

नई दिल्ली। अगर आपका सैलरी अकाउंट इस बैंक में है तो अब आप बैंक की ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी का लाभ उठा सकते हैं. इस सुविधा के तहत ग्राहक अपने वेतन की तीन गुनी राशि तक का पैसा ले सकते हैं. इसका मकसद आईसीआईसीआई बैंक के सैलरी अकाउंट होल्डर्स को ईएमआई या चेक बाउंस होने से बचाना है। इसके लिए बैंक शार्ट-टर्म इंस्टेंट क्रेडिट उपलब्ध कराएगा. ऑनलाइन एप्लीकेशन देकर इस सुविधा को ग्राहक ले सकते हैं. आइये आपको बताते हैं कैसे कर सकते हैं आप इस सुविधा के लिए अप्लाई..

ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी क्या है?
सरकारी और निजी बैंक ओवरड्राफ्ट की फैसिलिटी देते हैं. ज्यादातर बैंक करंट अकाउंट, सैलरी अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) पर यह सुविधा देते हैं. कुछ बैंक शेयर, बॉन्ड और बीमा पॉलिसी जैसे एसेट के एवज में भी ओवरड्राफ्ट की सुविधा देते हैं. इस फैसिलिटी के तहत बैंक से आप अपनी जरूरत का पैसा ले सकते हैं और बाद में यह पैसा चुका सकते हैं।

इस तरह उठा सकते हैं इस योजना का लाभ
1. अपने इंटरनेट बैंकिंग अकाउंट में लॉग-इन करिए.
2. अब ‘Offers’ सेक्शन में जाइए.
3. अब प्री-एप्रुव्ड ओडी ऑफर को चेक करिए और फिर अप्लाई कर दीजिए.

अन्य फीचर
– ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी की तुरंत मंजूरी: ग्राहकों को बिना किसी दस्तावेज ओडी फैसिलिटी की तुरंत मंजूरी मिलती है.
– ओडी की एक्टेंसिव क्रेडिट लिमिट: बैंक सैलरी के तीन गुना तक क्रेडिट लिमिट देता है.
– इस्तेमाल किए गए पैसे पर ब्याज: ब्याज केवल उस पैसे लगाया जाता है जिसका वास्तव में इस्तेमाल किया जाता है.
– तय रेट से ब्याज: फ्लेक्सीकैश में एक तय दर से ब्याज को कैलकुलेट किया जाता है.
– रिपेमेंट में फ्लेक्सिबिलिटी: ग्राहकों को अपनी सुविधा के अनुसार बकाया लिमिट को साफ करने की फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है.
– कोई फोरक्लोजर चार्ज नहीं: इस्तेमाल की गई ओडी रकम को रिपे करने में कोई फोरक्लोजर चार्ज नहीं लगता है.

फीस और चार्ज
– प्रोसेसिंग फीस : 1,999 रुपये से शुरुआत + जीएसटी
– रिन्यूअल फीस : फ्लैट 1,999 रुपये + जीएसटी
– आरओआई : सालाना 12-14 फीसदी के बीच

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