ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर हादसा : समिति तीन बिंदुओं को लेकर जांच करेगी

ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर से दर्शन करने के बाद बाहर निकलते पूर्व पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह। साथ में मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष नागेंद्र प्रताप आदि।

कार्यालय संवाददाता
मथुरा/वृंदावन। विश्वविख्यात ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर हुए हादसे की जांच करने के लिए पहुंचे जांच समिति के अध्यक्ष पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने कहा कि हम तीन बिंदुओं पर जांच कर रहे हैं। पहला ऐसा क्यों हुआ, हादसे के दोषी कौन है और ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो। सिंह ने कल एक श्रद्धालु की तरह से जांच की शुरुआत की। आज प्रशासनिक लाव लश्कर के साथ वह वृंदावन आए। सबसे पहले उन्होंने ठाकुर बांकेबिहारी महाराज के सामने हाजिरी लगाई। फिर अपनी कार्यवाही को आगे बढ़ाया। पूर्व डीजीपी ने हादसे को लेकर मंदिर के सेवायतों और जिले के अधिकारियों से जानकारी की।

मंदिर परिसर में एकत्रित हुए गोस्वामियों ने जांच समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह से कहा कि इस घटना की जिम्मेवारी निर्धारित होनी चाहिए। उनकी केवल एक ही मांग है जो दोषी है उनके खिलाफ दंडनीय कार्रवाई की जाए। सेवायत शैलेन्द्र गोस्वामी ने कहा कि हम बचपन से ऐसी भीड़ देखते आ रहे है। घटना क्यों हुई। इसके लिए कौन जिम्मेदार है। जांच समिति के सदस्य अलीगढ़ के कमिश्नर गौरव दयाल ने भी मंदिर पहुंचकर कार्रवाई की।

पूर्व डीजीपी के साथ डीएम नवनीत सिंह चहल, एसएसपी अभिषेक यादव, मथुरा- वृंदावन विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष नागेन्द्र प्रताप सीओ सदर प्रवीण मलिक तथा बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधक मुनीश शर्मा आदि उपस्थित थे। अब जांच समिति 25 अगस्त से टीएफसी केंद्र पर प्रातः 10.00 बजे से मंदिर में हुई दुर्घटना के बारे में लोगों के बयान दर्ज करेगी। गौरतलब है कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान भगदड़ में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। कई श्रद्धालु घायल हो गए थे। मुख्यमंत्री इस हादसे को लेकर गंभीर दिखाई दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जांच समिति का गठन किया गया था।

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