बेटे ने जो जहर खाया, उसकी डिलीवरी अमेजन से हुई, मौत के बाद मां-बाप ने कंपनी पर लगाया हत्या का आरोप

इंदौर
मध्य प्रदेश के इंदौर में ऑनलाइन कंपनी Amazon के खिलाफ एक परिवार ने हत्या का संगीन आरोप लगाया है। छत्रीपुरा थाने में कंपनी के खिलाफ दर्ज शिकायत में मृतक के माता-पिता ने कहा है कि उनके बेटे को जहर की ऑनलाइन डिलीवरी अमेजन ने की थी। परिवार का आरोप है कि खांसी की दवाई भी डॉक्टर के लिखे बगैर मेडिकल दुकान पर नहीं मिलती है। ऐसे में अमेजन की ओर से उनके बेटे को जहर की डिलीवरी कैसे की गई।

बेटे की मौत से गमजदां माता-पिता ने पुलिस के शीर्ष अधिकारियों से भी कंपनी के खिलाफ शिकायत की है। उनका कहना है कि ऐसी वस्तुओं को बेचने को लेकर विशेष कानूनी प्रावधान हैं। कंपनी इस तरह खुलेआम युवाओं को जहर कैसे पहुंचा सकती है। वे अपने बेटे को तो खो चुके हैं लेकिन भविष्य में ऐसा किसी के साथ न हो, इसके लिए कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

30 जुलाई को हुई मौत
मामला इंदौर के छत्रीपुरा थाना क्षेत्र की लोधा कॉलोनी का है। यहां किराये के मकान में रहने वाले 18 वर्षीय आदित्य वर्मा युवक ने जहर खाकर अपनी जान दे दी थी। 29 जुलाई को आदित्य जहर खाकर अपने घर में सो गया था। उसकी हालत बिगड़ी तो परिवार के लोग चोइथराम अस्पताल लेकर गए जहां 30 जुलाई की सुबह उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद छत्रीपुरा पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया था। पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में ये बात सामने आई कि आदित्य की मौत जहर खाने से हुई थी। आत्महत्या की वजह क्या थी, पुलिस इसकी जांच कर रही है।

मोबाइल से हुआ जहर की ऑनलाइन डिलीवरी का खुलासा
इधर, युवक के अंतिम संस्कार के बाद पिता ने उसका मोबाइल खंगाला तो पता चला कि उनके बेटे ने जो जहर खाया था, उसकी खरीदी और डिलीवरी अमेजन  से की गई थी। आदित्य ने 20 जुलाई के आसपास पहली बार जहर का ऑनलाइन ऑर्डर दिया था। 22 जुलाई को ऑर्डर कैंसिल किया गया। इसके बाद आदित्य ने दोबारा ऑर्डर किया और 28 जुलाई को उसे सल्फास की डिलीवरी की गई। परिजनों ने आदित्य का सामान खंगाला तो पावडर का एक पैकेट भी उन्हें मिला।

ऑनलाइन कंपनियों पर उठ रहे सवाल
आदित्य के पिता फल बेचकर गुजर-बसर करते हैं। वह खुद भी फल की दुकान लगाता था। मौत के बाद ऑनलाइन कंपनियों पर सवाल उठ रहे हैं। खाने पीने और इलेक्ट्रॉनिक सामानों के साथ ये कंपनियां जहर भी आसानी से डिलीवरी कर देते हैं। पिता का कहना है कि यदि इस पर रोक नहीं लगी तो ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाना मुश्किल होगा।

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