सच्चाई से पर्दाफास: कौन है ये ‘वर्दीधारी’ जो अमित शाह का नाम लेकर प्रोटेस्टर्स को गोली मारने की धमकी देता है

CAA-NRC पर देश के अलग-अलग हिस्सों में रैलियां हो रही हैं. पक्ष में, और विपक्ष में भी. पुलिस के चरित्र पर भी सवाल उठ रहे हैं. वायरल तस्वीरों और वीडियोज़ में पुलिसवाले कभी टेंपो पर डंडा मारते, तो कभी पाकिस्तान जाने की नसीहतें देते दिख रहे हैं. ये सब असली पुलिस ने किया है. असली माने तन पर वर्दी, कंधे पर सितारे और हां, जन सुरक्षा की ज़िम्मेवारी तो ज़रूर ही है. बात दिल्ली पुलिस की करें तो उनका ध्येय वाक्य भी कुछ ऐसा ही है- शांति, सेवा, न्याय.

इस गहमागहमी के बीच दिल्ली पुलिस की वर्दी में राकेश त्यागी नाम के शख़्स का वीडियो वायरल हो रहा है. ये दिल्ली पुलिस का पूर्व कर्मचारी है. 2014 में इसने खुद रिटायरमेंट ले लिया था. अब वो गृह मंत्री (अमित शाह) और पुलिस DCP के नाम इस्तेमाल करके प्रदर्शन कर रहे लोगों को शूटआउट करने की बात कहता दिख रहा है. पुलिस ने उसे हिरासत में लिया, लेकिन क़रीब 6 घंटे में ही बेल भी दे दी. राकेश त्यागी की बोली बातें एक समुदाय के लिए ज़हर जैसी हैं. 22 दिसंबर को राकेश त्यागी ने फेसबुक लाइव किया था. उस फेसबुक लाइव को 13 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं. 23 मिनट के में जो ज़हर उगला है, उसका कुछ हिस्सा यहां लिख रहे हैं –

  •  “राकेश त्यागी आ रहा है, बाप आ रहा है उनका (प्रदर्शनकारियों)”
  •  “मुझे खुल्ली छूट दे दी है DCP साहब ने.”
  •  “राकेश त्यागी, शूट कर देना. ऐसा DCP साहब ने बोला है.”
  •  “DCP ने बोला है कि लाइव जाकर पुलिस के समर्थन में लोगों को खड़े करवाओ.”
  •  अगर प्रदर्शन करता कोई भी मिला तो पहले पूछेंगे कि CAA क्या होता है. अगर मेरे ऊपर पत्थर गिरा, मैं सीधा शूटआउट कर दूंगा.”
  •  “क्या लगता है आपको कि ये आदेश DCP ने दिया है? ये गृह मंत्री का आदेश है DCP को.”
  •  “अगर किसी ने पुलिस पर पथराव किया तो मैं पत्थर फेंकने वालों को अपनी गोली का निशाना बना दूंगा.”
  •  “पहले पथराव करने दिया जाएगा, तभी तो गोली चलाई जा सकेगी.”

ये सब बातें राकेश त्यागी ने 22 दिसंबर को बोली थीं.

मुंबई के बाशी में प्रोटेस्टर गुलाब दे रहे हैं पुलिस को. वहीं राकेश त्यागी जैसे लोग पुलिस का नाम इस्तेमाल करके शूट करने की खुल्ली धमकी देते हैं. (30 दिसंबर, 2019-PTI)

वीडियो वायरल हुआ तो ‘दी लल्लनटॉप’ ने 26 दिसंबर को दिल्ली पुलिस से संपर्क किया. दिल्ली पुलिस ने मामला जांचने की बात कही. दोबारा 27 दिसंबर को ‘दी लल्लनटॉप’ ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया. दिल्ली पुलिस के एडिशनल PRO अनिल मित्तल ने बताया कि ये मामला साइबर सेल के पास भेज दिया गया है. साइबर ने मामला दर्ज कर लिया है. 27 दिसंबर को पुलिस ने राकेश त्यागी को गिरफ्तार कर लिया. लेकिन कुछ घंटे ही हुए थे और कुछ लोगों ने थाने में पहुंचकर उसकी बेल करवा दी. 28 दिसंबर को राकेश त्यागी फिर बाहर था.

साइबर सेल के DCP अन्येश रॉय ने कहा कि

हमारे ध्यान में एक वीडियो आया है जिसमें गैर-कानूनी तरीके से दिल्ली पुलिस की वर्दी पहना एक शख़्स दिख रहा है. हमने खुद संज्ञान लेते हुए IPC और IT एक्ट की उचित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

“दी लल्लनटॉप” ने केस की जांच कर रहे अधिकारी से संपर्क किया. उनके मुताबिक राकेश त्यागी के खिलाफ IPC की धारा,

419- दूसरे का भेष धारण करके धोखा देने
170- सरकारी कर्मचारी का भेष धरने
506 मारने की धमकी देने
और IT एक्ट की धारा
66D- किसी का भेष धरकर, कंप्यूटर संसाधन का इस्तेमाल करके धोखा देने

जैसी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. क्योंकि ये जमानती धाराएं हैं, इसलिए राकेश त्यागी को 28 दिसंबर को बेल भी मिल गई.

ये 28 दिसंबर को राकेश त्यागी के किए फेसबुक लाइव का स्क्रीनग्रैब है. जमानत मिलने के बाद ये लाइव किया था.

लेकिन ये बंदा बाज़ नहीं आया

बेल मिलने के कुछ ही देर बाद राकेश त्यागी फिर लाइव आया. फिर अनाप-शनाप धमकियां दीं. असदुद्दीन औवेसी के बारे में बोला. तीन IPS ऑफिसर्स का नाम भी लिया और उन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए. खुली चुनौती दी कि ‘जो उखाड़ना है उखाड़ लो, दोबारा वर्दी पहनकर लाइव करूंगा. विरोध प्रदर्शन को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की. CAA-NRC प्रदर्शन में हुई पत्थराबाज़ी की घटनाओं को राम मंदिर निर्माण से जोड़ा.

लेकिन पुलिस का मानना है कि 28 दिसंबर को बेल मिलने के बाद राकेश त्यागी का किया फेसबुक लाइव ‘आपत्तिजनक नहीं’ है.

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