नगर निगम की समस्याओं के निस्तारण में मददगार साबित हो रहा ‘उपाय’ ऐप : अनुनय झा

वरिष्ठ संवाददाता
यूनिक समय, मथुरा। नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात द्वारा नगर निगम क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों की समस्याओं के शीघ्र निस्तारण के लिए ‘उपाय ऐप’ की शुरुआत कर निगम से जुड़ी समस्याओं के समयबद्ध निस्तारण की पहल की है। जिसे आज 22 दिन के सफल परीक्षण के बाद नगर आयुक्त अनुनय झा द्वारा यह ऐप मथुरा में लॉंच किया। इस ऐप के द्वारा कोई भी आम नागरिक अपनी शिकायत घर बैठे दर्ज करा सकता है। उसका निस्तारण निर्धारित समय अवधि में नगर निगम के संबंधित विभाग के अधिकारी करेंगे। जिसकी नगर आयुक्त प्रतिदिन समीक्षा कर रहे हैं।  इस अभियान को पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश में सबसे पहले मथुरा से प्रारंभ किया गया है। यहां की सफलता के बाद यह ऐप पूरे राज्य के सभी अन्य 17 नगर निगमों भी लागू किया जा सकता है।

नगर आयुक्त अनुनय झा ने शनिवार को उपाय ऐप का शुभारंभ करते हुए बताया कि नगर विकास विभाग ने मोबी उर्जा सामाजिक संस्था से इसके लिए करार किया है। संस्था के उपाय ऐप पर निगम की सभी प्रकार की शिकायतें दर्ज हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि ‘हमारे द्वारा आपके द्वार’ कार्यक्रम मथुरा में सफल हुआ तो नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात फीड बैक लेकर इसे पूरे प्रदेश के नगरीय निकायों में इसका शुभारंभ किया जाएगा। ताकि जनता अपनी समस्याओं के निस्तारण के लिए नहीं भटके। उन्होंने बताया कि इसका प्रारंभ मथुरा में 8 जुलाई को किया गया। जिसके बाद उपाय ऐप के टोल फ्री नम्बर 1800 309 4747 या वेबसाइट ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉटउपायडॉटइन’पर जल निकासी, पानी की आपूर्ति, ठोस अवशिष्ट प्रबंधन, सड़क, पेंशन व अन्य प्रकार की शिकायत इस पर दर्ज करा सकते है। उन्होंने लोगों से इस एप का भरपूर फायदा उठाने की अपील की है। इस अवसर पर मोबी उर्जा के सीईओ अमित सिंह भी उपस्थित थे।

दर्ज हुई 250 शिकायतों में से 157 का हाथों—हाथ निस्तारण
नगर आयुक्त ने पत्रकारों से वार्ता में बताया कि अभी तक इस ऐप पर नगर निगम की 250 शिकायतें दर्ज हुई। जिसमें से 157 का निस्तारण समय सीमा के अंदर कर दिया गया। शेष को भी निपटाने की कार्यवाही जारी है।

एक दिन में हुई शिकायत का निस्तारण
नगर आयुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री के टोल फ्री नम्बर (1533) पर रॉंची बांगर निवासी जीतू ने 28 जुलाई 22 को स्ट्रीट लाइट की शिकायत दर्ज कराई। इसका टोकन नम्बर 253 था, जिसका निस्तारण निगमकर्मी शैलेश कुमार ने एक दिन में कर दिन कर दिया।

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