माथे पर क्यों लगाते हैं तिलक? इसका महत्व और सही नियम जानें

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किसी भी पूजा-पाठ या शुभ काम के दौरान माथे पर तिलक लगाने की परंपरा है. लेकिन आखिर इसके पीछे का कारण क्या है, इस बारे में जानना चाहते हैं तो यहां पढ़ें.

 भारतीय सनातन धर्म में टीका या तिलक लगाने को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है. किसी तरह की पूजा-पाठ हो, कोई धार्मिक कार्य हो, कोई शुभ या मांगलिक कार्य हो, कहीं यात्रा पर निकलना हो, या फिर किसी कार्य में सफलता पाने की इच्छा हो- इन सभी में व्यक्ति के माथे पर तिलक लगाया जाता है. यह तिलक रोली, चंदन, सिंदूर, केसर या फिर हल्दी से भी लगाया जा सकता है. लेकिन आखिर तिलक लगाने का कारण क्या है, इसे माथे के बिलकुल बीचों बीच क्यों लगाया जाता है और इसका महत्व क्या है, इन सभी सवालों के जवाब यहां जानें.

माथे के बीच में आज्ञा चक्र पर लगाते हैं तिलक

हमारे शरीर में ऊर्जा के 7 छोटे-छोटे केंद्र हैं जिन्हें चक्र कहा जाता है और ये चक्र अपार शक्ति के भंडार हैं (Energy Source). तिलक या टीके को माथे के बीचों बीच लगाने के पीछे कारण ये है कि वहां पर आज्ञा चक्र होता है. हमारे शरीर के 7 चक्रों में से यह सबसे महत्वपूर्ण स्थान है. आज्ञा चक्र स्पष्टता और बुद्धि का केन्द्र है. यहां पर शरीर की 3 प्रमुख नाड़ियां- इडा (चंद्र नाड़ी), पिंगला (सूर्य नाड़ी) और सुषुम्ना (केन्द्रीय, मध्य नाड़ी) आकर मिलती हैं. आज्ञाचक्र को गुरुचक्र भी कहा जाता है क्योंकि यहीं से पूरे शरीर का संचालन होता है. यह हमारे शरीर का केंद्र स्थान है.

इस उंगली से लगाना चाहिए तिलक

आज्ञा च्रक को हमारी चेतना का भी मुख्य स्थान माना जाता है और इसे मन का घर भी कहते हैं. योग करने के दौरान ध्यान के समय इसी स्थान पर मन को एकाग्र किया जाता है. यही वजह है कि तिलक या टीका हमेशा आज्ञा च्रक पर लगाया जाता है. किस उंगली से तिलक लगाना चाहिए, इसकी बात करें तो ज्यादातर मौकों पर अनामिका उंगली से ही तिलक लगाया जाता है क्योंकि ऐसा करने से मान-सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त होती है. इसके अलावा कई बार अंगूठे से भी तिलक लगाया जाता है. ऐसा करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है. तो वहीं, किसी कार्य में सफलता या विजय हासिल करने के लिए तर्जनी उंगली से तिलक लगाया जाता है.

तिलक लगाने के फायदे

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंदन का तिलक लगाने से मनुष्य के पापों का नाश होता है और कई तरह की मुश्किलों से बचने में मदद मिलती है. साथ ही ऐसी भी मान्यता है कि चंदन का तिलक लगाने से सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है.

मानसिक शांति और ऊर्जा की प्राप्ति के लिए भी चंदन का तिलक लगाया जाता है. ऐसी भी मान्यता है कि तिलक लगाने से व्यक्ति के स्वभाव में सुधार आता है.

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