योगी ने यूपी में जेहादियों से निपटने के लिए कर ली है ये खास तैयारी, लव जेहादियों कि अब खैर नहीं

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देश में कट्टर,पंथी मुस्लिम संगठन धर्मांतरण करने के लिए खुलेआम लव जिहाद का खेल खेल रहे हैं जिससे हिंदू बहन बेटियों की जिंदगी खबर कि जा रही है. खबर आई है कि इसके लिए बाकायदा मुस्लिम युवकों को ट्रेनिंग तक दी जा रही है और उन्हें इस साजिश करिए तैयार किया जा रहा है।

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इस साजिश के तहत मुस्लिम युवकों को भोली-भाली हिन्दू लड़कियों को बहला-फुसला कर अपने प्रेम जाल में फंसाने के लिए ट्रेन किया हा रहा है। एक बार जब मुस्लिम युवक हिंदू बहन बेटियो को अपने झूटे प्रेम जाल में फसा लेते है उसके बाद हिन्दू लड़कियों का धर्म परिवर्तन कर उन्हें निकाह के नाम पर नरक के दलदल में ढकेल दिया जाता है. बीते कुछ महीनों में उत्तर प्रदेश में इस प्रकार के लव जिहाद से जुड़े दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से अधिकतर मामले कानुपर जिले के बताए जा रहे है और पूरे उत्तर प्रदेश में ये जेहाद धड़ले से किया जा रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून बनाने के लिए अध्यादेश लाए जाने की बात कही जा रही है।

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अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया, “अन्य राज्यों के धर्मांतरण के खिलाफ बने कानूनों और अधिनियमों की स्टडी की जा रही है. इसके बाद धर्मांतरण को लेकर उत्तर प्रदेश का अपना कानून बनाया जाएगा। धर्म परिवर्तन पर अंकुश लगाने की कार्रवाई का श्रेय राज्य भर में विशेष रूप से कानपुर से आए लव जिहाद के हालिया मामलों को दिया जा सकता है, जहां लड़कियों को शादी के बहाने इस्लाम धर्म में परिवर्तित किया जा रहा है और शादी के बाद उनका जीवन नर्क से भी बत्तर कर दिया जा रहा है।

इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने भी अपने लखनऊ प्रवास के दौरान इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था. अपने दो दिन की लखनऊ यात्रा के दौरान उन्होंने लव जिहाद के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई थी और प्रदेश मुख्यमंत्री को विशेष रूप से इस मामले पर ध्यान देने के लिए कहां था। गौरतलब है कि वर्तमान में 8 राज्यों में धर्मांतरण के खिलाफ कानून मौजूद हैं. इनमें अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, झारखंड और उत्तराखंड शामिल हैं. सबसे पहले 1967 में ओडिशा द्वारा कानून बनाया गया था. इसके बाद 1968 में मध्य प्रदेश में धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाया गया. कानून विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश धर्मांतरण विरोधी कानून वाले राज्यों की सूची में नौवें स्थान पर हो सकता है.

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐंटी-कन्वर्जन लॉज़ किसी भी व्यक्ति को सीधे या जबरन या धोखाधड़ी या खरीद और प्रलोभन के जरिए धर्मांतरण करने से रोकते हैं. यूपी का कानून अन्य राज्यों द्वारा लागू किए गए कानूनों के समान होगा, जो धर्मांतरण के प्रकिया को सख्त और जटिल बनाएगा. कानपुर पुलिस ने इस हफ्ते की शुरुआत में शादी के बहाने की गई जबरन धर्मांतरण की बढ़ती संख्या की जांच के लिए आठ सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था. पिछले एक महीने में एक ही जिले से ‘लव जिहाद’ के 11 मामले प्रकाश में आए थे जिनसे पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है।

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