सिवान में चुनावी रैली में गरजे योगी, नक्सलवाद का खात्मा शीघ्र

दरौंदा (सिवान)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजद-कांग्रेस-भाकपा माले महागठबंधन पर बिहार में दोबारा ‘जंगलराज’ लाने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को कहा कि कश्मीर से आतंकवाद के खात्मे के बाद देश से नक्सलवाद को उखाड़ फेंकने की तैयारी चल रही है। योगी आदित्यनाथ ने सिवान में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए खास तौर पर अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण, एक बार में तीन बार तलाक के खिलाफ कानून बनाने एवं जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को समाप्त किए जाने का जिक्र  किया। उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए बिहार के विकास के लिए नीतीश कुमार के नेतृत्व में पुन: सरकार बनाए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कुछ वर्षों पहले बिहार के सामने पहचान का संकट था। जंगलराज की स्थिति किन लोगों ने पैदा की थी? आज वे फिर से ताक में हैं। विपक्ष, खास तौर पर राजद पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि चुनाव में मतदान के जरिये जातिवादी एवं वंशवादी ताकतों को परास्त करना है। तेजस्वी यादव का नाम लिये बिना योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज से 15 साल पहले बिहार के युवा अपनी पहचान छुपाने के लिए मजबूर थे और ऐसा संकट पैदा करने वाले लोग आज बिहार में फिर से रोजगार का झुनझुना दिखाकर युवाओं को गुमराह कर रहे हैं। जातिवाद के नाम पर परिवारवाद को बढ़ावा देकर और परिवारवाद के जरिये भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर इन्होंने बिहार को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में पिछले 15 वर्षो में बिहार को विकास के पथ पर ला कर आगे बढ़ाया गया है।
विपक्षी महागठबंधन पर प्रहार हुए  कहा कि कांग्रेस और राजद ने समाज विरोधी और हिंसा फैलाने वाली ताकतों से गठजोड़ किया है और ये राज्य में विकास को बाधित करना चाहते हैं। राजद-कांग्रेस-भाकपा माले महागठबंधन बिहार में दोबारा ‘जंगलराज’ लाना चाहते हैं। योगी ने कहा, ‘‘लेकिन वे सुन लें कि कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे के बाद अब नक्सलवाद को देश से उखाड़ फेंकने की तैयारी चल रही है। अब भारत की धरती पर नक्सलवाद का निशान नहीं रहेगा।
कश्मीर का उल्लेख करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने ऐसी व्यवस्था की थी कि कोई वहां जमीन नहीं खरीद सकता था लेकिन अब बिहार का भी कोई भी व्यक्ति कश्मीर में जमीन खरीद सकता है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा अयोध्या में जब राम मंदिर बनाने की बात चलती थी तब लोग पूछते थे कि मंदिर कब बनेगा। 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भव्य राम मंदिर का शिलान्यास किया और हमने 500 वर्षों की टीस को दूर करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि माता सीता के बिना राम अधूरे हैं, ऐसे में मेरी इच्छा थी कि उनके मायके बिहार के हर गांव से लोग समारोह में आए लेकिन कोरोना के कारण ऐसा संभव नहीं हो सका। लेकिन हम कहना चाहते हैं कि तीन-चार वर्षो में जब मंदिर बन जायेगा तब बिहार के लोगों को अयोध्या बुलाने की व्यवस्था होगी।

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