रेलवे के सहयोग से कुम्हारों की आय में होगी अत्यधिक वृद्धि

नई दिल्ली। खादी ग्रामोद्योग आयोग ने आत्मनिर्भर भारत के तहत कुम्हार सशक्तिकरण योजना की शुरूआत की है। योजना में खादी ग्रामोद्योग ने देश भर में 18 हजार विद्युत चालित चाक वितरित किए है, जिससे करीब 80 हजार रोजगार का सृजन हुआ है। इस योजना से कुम्हारों की औसत आय 4 से 5 गुना तक बढ़ी है। बता दें कि इस योजना के तहत पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गांधीनगर और अहमदाबाद के 200 कुम्हारों को विद्युत चालित चाक वितरित किए थे।
कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए कुम्हारों को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि विद्युत चालित चाक ना केवल कुम्हारों के उत्पाद बढ़ाने में मदद करेगा बल्कि वे नए फैंसी उत्पाद बनाने में भी सक्षम बन जाएंगे, जिससे दिवाली के त्योहारों पर उनकी अच्छी कमाई होगी। उन्होंने प्रत्येक लाभार्थी से समुदाय के बड़े लाभ के लिए कम से कम 10 अन्य परिवारों को कुम्हार सशक्तिकरण योजना से जोड़ने का आग्रह भी किया।
लाभार्थियों को इसका प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। भारत सरकार के खादी ग्रामोद्योग आयोग की कुम्हार सशक्तिकरण योजना के तहत सभी लाभार्थियों को 10 दिन का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इसके साथ ही कुम्हार परिवारों को ब्लंजर मशीन तथा पग मिल भी वितरित किए जा रहे हैं, जिससे मिट्टी को मिलाने का काम आसान होगा और कम समय में ज्यादा मिट्टी तैयार की जा सकेगी। विद्युत चालित चाक पर कुम्हार चाक की गति को भी नियंत्रित कर सकेंगे, जिससे उन्हें काम करने में आसानी व उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी।  कुम्हारों के उत्पादों को बेचने के लिए सरकार ने भारतीय रेलवे के साथ गठजोड़ किया है, जिसके तहत देश के 400 रेलवे स्टेशनों को नामित किया गया है, जहां केवल खाद्य और पेय पदार्थ बेचने के लिए मिट्टी के बर्तन का इस्तेमाल किया जाएगा।  वहीं इस योजना में कुम्हार अपने उत्पादों को सहकारी समितियों के जरिए रेलवे स्टेशनों पर भी बेच सकेंगे।

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