26/11 की बरसी: राहुल ने किया ट्वीट, भाजपा ने पलटकर दिया जवाब—तब पार्टी कर रहे थे, नहीं भूलेंगे

नई दिल्ली। मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को हुए आतंकी हमले की 13वीं बरसी है। इस मौके पर देशभर में इस आतंकी हमले में जाने गंवाने वाले लोगों और शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही है। लेकिन भाजपा भाजपा के आईटी सेल इनचार्ज अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर प्रहार किया है। उन्होंने एक अखबार की कटिंग शेयर करते हुए लिखा-जब मुंबई में 26/11 हमला हुआ, तब राहुल गांधी पार्टी कर रहे थे, कभी नहीं भूल सकते।

राहुल गांधी ने एक फोटो करके श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा-सीमा पर कठिन मौसम में परिवार से दूर रहकर देश की रक्षा करता है। आतंकवादी हमले में अपनी जान की बाज़ी लगाकर मासूमों को बचाता है। जान की नहीं, जहान की फ़िक्र करता है। परिवार की, गांव की, देश की शान है- ऐसा मेरे देश का जवान है।

#उस वक्त upa सरकार ने कश्मीर में आतंकवादियों का घुसना रोक रखा था..तभी 2008 से लेकर 2012 तक बहुत कम आतंकवादी हमले कश्मीर पर हुए। इसीलिए उन्होंने अरब सागर का रास्ता चुना और मुम्बई को अपना लक्ष्य बनाया..। इस वक्त की मोदी सरकार ने तो खुद ही पुलवामा अटैक करवा दिया और बदले का नाटक करा।

‘न भूलेंगे न माफ करेंगे, न तो उस पाकिस्तान को, जिसने मुंबई को लहूलुहान कर 166 लोगों की जान ली थी और 300 से ज्यादा को घायल किया था और न उन सेक्यूलर नेताओं को जिन्होंने 26/11 के बाद पाकिस्तान को बचाकर ‘हिंदू टेरर’ साबित करने की साजिश रची थी।

मुंबई आतंकी हमला भारत के मूल्यों और सिद्धांतों पर हमला था! देश के उन सभी सपूतों को नमन, जिन्होंने उस हमले का सामना किया और जो वीरगति को प्राप्त हुए! आज तुच्छ राजनीति से हट कर हम सबको यह प्रण लेना होगा की देश की रक्षा और स्वायत्तता पर आंच नहीं आने देंगे!

इस घटना के लिए कांग्रेस की कमजोर सरकार को कभी भी माफ नहीं किया जा सकता, जो घटना रोक नहीं पाई और इस घटना के हो जाने के बाद कोई भी जवाबी कार्यवाही नहीं कर सकी शर्म कीजिए।

#26/11 के वीरों को नमन करने से कांग्रेस के पाप कम नहीं होने वाले हैं। निकम्मी और नकारा कांग्रेस की नकामियों की देन है 26/11 की घटना। जिसमें देश ने अपने जवानों को खोया था। इतना ही नहीं शहीदों के बलिदान का बदला लेने भी उचित नहीं समझा था कांग्रेस सरकार ने। माफी मांगों गांधी खानदान।

#राहुल गांधी जी कृपया उत्तर दीजिए कि आप की सरकार ने 26/11 आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? आखिर आप की सरकार पाकिस्तान से इतनी क्यों डर गई थी कि दुम दबा कर बैठ गई? लोगों को मरता हुआ देखने के बाद भी सरदार मनमोहन सिंह का खून क्यों नहीं खौला?

#जरा पुलवामा के बारे भी बोल दे पद श्री।

यह था घटनाक्रम…
समुद्री रास्ते से घुसे 10 आतंकवादियों ने मुंबई में अंधाधुंध फायरिंग की थी। इसमें 166 लोगों की मौत हो गई थी। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे। आतंकवादियों ने ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल आदि प्रमुख जगहों पर भी हमला किया था। 3 दिन चले एनकाउंटर के बाद 29 नवंबर की सुबह सुरक्षाबलों ने 9 आतंकवादियों को मार गिराया था। अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा था, जिसे 21 नवंबर, 2012 को फांसी दी गई थी।

 

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