मुख्तार अंसारी के यूपी की बांदा जेल पहुंचते ही ठीक हो गई सारी बीमारियां!

नई दिल्ली। बसपा विधायक एवं गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के यूपी की बांदा जेल पहुंचते ही सारी बीमार‍ियां ठीक हो गई है। पंजाब की रोपड जेल में रहने के दौरान कोर्ट में जिन 9 गंभीर बीमारियों का हवाला देकर मुख्‍तार यूपी की जेल में आने से बचने की कोशिश कर रहा था। वो सभी बीमार‍ियां 14 घंटे में 900 क‍िलोमीटर का सफर करते हुए ही ठीक हो गई हैं। मुख्‍तार ने खुद को शुगर से लेकर स्लिप डिस्क और द‍िल संबंधी बीमार‍ियों का मरीज बताया था लेक‍िन जब बांदा जेल में उसकी जांच की गई तो उसे चुस्‍त-दुरुस्‍त बताया गया। वहीं बांदा जेल पहुंचते ही मुख़्तार अंसारी पूरी तरह से स्वस्थ नजर आया। पंजाब में व्हीलचेयर पर नजर आने वाला डॉन बांदा जेल में खुद के पैरों पर चलता नजर आया।

गौरतलब है कि अक्टूबर 2020 में पंजाब मेडिकल बोर्ड द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दी गई रिपोर्ट में मुख़्तार अंसारी को कई गंभीर बीमारियां होने की बात कही गई थी। मेडिकल बोर्ड ने मुख़्तार को तीन महीने का बेड रेस्ट की सलाह भी दी थी। इससे पंजाब मेडिकल बोर्ड की उस रिपोर्ट की भी पोल खुल गई जिसमें उसे 9-9 गंभीर बीमारियों से ग्रस्त बताया गया था। डीजी जेल आनंद कुमार ने बताया कि मेडिकल कॉलेज बांदा के डॉक्टरों द्वारा उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। डॉक्टरों की जांच रिपोर्ट में वह पूरी तरह स्वस्थ्य मिला, उसे किसी तरह की कोई समस्या नहीं है।

बांदा जेल के बैरक नंबर 16 में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की पहली रात बड़ी ही बेचैनी से कटी। जेल सूत्रों के मुताबिक, डॉन को रात में काफी देर तक नींद ही नहीं आई। वो पूरी रात पर जेल के बैरक में करवटें ही बदल रहा था। इसकी एक वजह थी क‍ि इस बार बांदा जेल में उसे कोई वीआईपी सुविधा नहीं मिली। मुख्‍तार को दूसरे कैद‍ियो की तरह जमीन में बि‍स्‍तर लगाकर सोना पड़ा, जहां उसे नींद नहीं आई। इतना ही खाने में भी उसने सिर्फ एक रोटी और थोड़ी सी दाल खाई।

आपको बता दें क‍ि बुधवार तड़के करीब साढ़े चार बजे बांदा पुलिस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बांदा जेल लेकर पहुंची। सारी औपचारिकताएं और कोविड टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे फिर उसके पुराने बैरक नंबर 15 में शिफ्ट कर दिया गया। वैसे तो मुख़्तार बांदा जेल में बंद है, लेकिन उसकी निगरानी लखनऊ में हो रही है। अत्याधुनिक कैमरों की सहायता से मुख़्तार अंसारी की सुरक्षा की जा रही है। इसके लिए लखनऊ में कमांड कंट्रोल सेंटर बना है। इतना ही नहीं उसके स्वास्थ्य को लेकर भी पूरी व्यवस्था की गई है। जेल के डॉक्टर के अलावा मेडिकल कॉलेज के चार डॉक्टर ऑन कॉल 24 घंटे उपलब्ध हैं।

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