राजस्थान का भीलवाड़ा कंटेनमेंट मॉडल के लिए मशहूर था, अब ऑक्सीजन प्रबंधन में भी किया कमाल

भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए कंटेनमेंट मॉडल ने काफी सुर्खियां बटोरी थी। अब वही भीलवाड़ा एक बार फिर अपने प्रबंधन को लेकर चर्चा में है। एक ओर देश में ऑक्सीजन की कमी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, लेकिन यहां मौजूद 8 हजार मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई सुविधा के साथ जारी है। राजधानी दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहर भी स्वास्थ्य सेवाओं की किल्लत का सामना कर रहे हैं।

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भीड़वाड़ा के महात्मा गांधी जिला अस्पताल में 430 बिस्तर हैं। इनमें से 300 बिस्तर केवल कोविड मरीजों के लिए हैं. अब अस्पताल में भले ही बिस्तर की कमी हो गई हो, लेकिन ऑक्सीजन सप्लाई सुचारू रूप से जारी है। अस्पताल के अधीक्षण डॉक्टर अरुण गौर ने इंडिया टुडे को बताया ‘राजस्थान सरकार ने समय रहते नीति से जुड़े कुछ अच्छे फैसले लिए हैं। उन्होंने हमारे लिए 4 महीनों पहले ही ऑक्सीजन प्लांट बनवा दिया था, क्योंकि हमने ऐसे हालात का अनुमान लगाया और उन्हें अवगत कराया था।’

वे बताते हैं ‘उन्होंने हमारी बात पर ध्यान दी दिया और तुरंत इसपर काम किया। यहीं एकमात्र कारण है कि दूसरे राज्यों की तुलना के मामले में राजस्थान अभी तक अच्छा प्रबंधन कर रहा है।’ उन्होंने कहा ‘हमारा खुद का ऑक्सीजन प्लांट 100 सिलेंडर का उत्पादन हर रोज करता है। साथ ही हमें राज्य के दूसरे ऑक्सीजन प्लांट से भी सिलेंडर मिल जाते हैं। ऐसे में हमारे पास मरीजों के लिए पर्याप्त व्यवस्था है।

उन्होंने जानकारी दी ‘इससे पहले महात्मा गांधी अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई की हमारी खपत 30-40 सिलेंडर थी। अब हमें 400-450 सिलेंडर्स की जरूरत है। इनमें से 100 इस प्लांट से ही मिल जाते हैं।’ ऑक्सीजन सप्लाई के अलावा शहर का यह अस्पताल मरीजों के लिए पर्याप्त बिस्तरों की भी लगातार व्यवस्था कर रहा है। यहां बिस्तरों की कमी होने के बाद भवन के बाहर भी तैयारियां की गई हैं। भीलवाड़ा में बीते 24 घंटों में 535 नए मामले मिले हैं।

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