मुख्यमंत्री के आगमन का खौफ!

रामलीला मैदान के सामने की सड़क बनाने में जुटे अफसर
— श्रीकृष्ण जन्मस्थान की ओर आने वाले मार्गों के गड्ढे छिपाने लगे अधिकारी
शिवानी सिसौदिया
मथुरा। काश! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का दौरा श्रीकृष्ण जन्मस्थान की तरह हो तो शायद कृष्ण कन्हैया की नगरी की तस्वीर बहुत बदल जाएगी। यह हम नहीं कह रहे श्रीकृष्ण जन्मस्थान क्षेत्र में स्थित रामलीला मैदान के सामने बन रही सड़क बयां कर रही है। लोगों का कहना है कि यह सड़क कई महिनों से खराब पड़ी थी। मिट्टी की फिसलन के कारण कई लोगों के चोट भी आई लेकिन रामलीला मैदान में 23 अगस्त को होने वाली राधाकृष्ण स्वरूप प्रतियोगिता सहित तीन प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले बच्चों और उनके अभिभावकों की भीड़ के साथ साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के वहां मौजूद होने की खबर से सकते में आये आला अफसर नींद उड़ी हुई है। अफसरों ने रामलीला मैदान के सामने के सड़क मार्ग को बनानाकर यह साबित करने की कोशिश की है कि यहां कोई सड़क खराब नहीं थी। अफसरों के चेहरों पर मुख्यमंत्री का खौफ साफ दिखाई पड़ रहा है। इसी तरह श्रीकृष्ण जन्मस्थान आने वाले मार्गों के गड्ढों को दुरूस्त किया जा रहा है।

 
उधर यूनिक समय की टीम ने रविवार को कई इलाकों का भ्रमण किया तो हकीकत ऐसी है कि यहां आने वाले कृष्ण भक्त अव्यवस्थाओं को देखकर उफ कर बैठेंगे। चूंकि जन्मस्थान के मुख्य द्वार के रास्ते का सुंदरीकरण कराया जा रहा है। मुख्य द्वार की एक ओर की चेक पोस्ट तो बन गई पर दूसरी ओर का काम अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। कार्यदायी संस्था के ठेकेदार ने बीच का डिवाइडर तोड़ तो दिया पर वहां सीमेंट इस तरह बिछाया गया है कि उसमें से निकलने वाले ईंट और पत्थरों के टुकड़े लोगों के पैरों में चुभेंगे। लोहे की जालियां, बिजली के तार यहां तक पटक रखे हैं।
दुकानदार इंदू कश्यप का कहना है कि कार्यदायी संस्था ने जन्मस्थान के मुख्य रास्ते का सत्यानाश करके रख दिया है। ठेकेदार मनमाने तरीके से काम करा रहा है, इसके कारण दुकानदारों व श्रद्धालुओं को दिक्कत हो रही है।
बाक्स
इधर भी आयें मुख्यमंत्री
शहर के होलीगेट, भरतपुर गेट, कोतवाली रोड, पुराने बस अड्डे चौराहा, डेम्पियर नगर की सड़कों के गड्ढे नहीं भरे हैं। जिसके कारण राहगीरों को भारी असुविधा उठानी पड़ रही हैं। जन्माष्टमी मेला के समय किसी भी यात्री का पैर इनमें जाने से चुटैल हो सकते हैं। लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री जन्मभूमि के बजाये इन जगहों पर आए तो यहां की सड़कों की हालत सुधर जाती।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*