डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और पूर्व आईएएस अधिकारी एके शर्मा को मिले सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण विभाग

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया है। उन्होंने गृह और राजस्व समेत 34 विभागों को अपने पास रखा है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को ग्राम विकास एवं समग्र विकास तथा ग्रामीण अभियंत्रण विभाग का मंत्री बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने अपने पास नियुक्ति, कार्मिक, गृह, सतर्कता, आवास एवं शहरी नियोजन, राजस्व, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, भूतत्व एवं खनिकर्म, अर्थ एवं संख्या, राज्य कर एवं निबंधन, सामान्य प्रशासन, सचिवालय प्रशासन, गोपन, सूचना, निर्वाचन, संस्थागत वित्त, नियोजन, राज्य सम्पत्ति, उ.प्र. पुनर्गठन समन्वय, प्रशासनिक सुधार, कार्यक्रम कार्यान्वयन, अवस्थापना और भाषा विभाग रखा है।

एके शर्मा को मिली दोहरी जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में जहां ब्राह्मण चेहरों पर ज्यादा भरोसा जताया गया है, वहीं विभाग बंटवारे में पश्चिमी यूपी के मंत्रियों को तवज्जो दी गई है। नए चेहरों के साथ ही पुराने और निष्ठावान मंत्रियों को अहम जिम्मेदारी दी गई है। कामकाज के बंटवारे में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और पूर्व आईएएस अधिकारी एके शर्मा को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं। पीएमओ में तैनात रहे एके शर्मा को ऊर्जा व नगर विकास की दोहरी जिम्मेदारी दी गई है। हाल के दिनों में ये दोनों विभाग किसी एक मंत्री के पास नहीं रहे हैं। कभी लालजी टंडन जैसे भाजपा के कद्दावर नेता के पास ही ऊर्जा और नगर विकास विभाग हुआ करते थे।

ब्रजेश पाठक को मिली स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी
बंटवारे में ब्रजेश पाठक का कद और बढ़ा दिया गया है। वह पहले न्याय व ग्रामीण अभियंत्रण विभाग संभाल रहे थे। उन्हें स्वास्थ्य विभाग की पूरी जिम्मेदारी दी गई है। यूपी में कई मेडिकल कालेजों का निर्माण होना है। इस लिहाज से भी ब्रजेश पर अधिक भरोसा किया गया है। पहले उन्हें डिप्टी सीएम बनाकर और अब महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देकर ब्राह्मण समाज को संदेश देने की कोशिश की गई है। कुछ ऐसा ही संदेश आगरा के योगेंद्र उपाध्याय को पूर्व डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा के कुछ विभाग देकर और कांग्रेस छोड़कर आए जितिन प्रसाद को केशव प्रसाद मौर्य के पास रहे पीडब्ल्यूडी जैसे अहम विभाग देकर किया गया है।

 

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