मथुरा में अस्थाई जेल में बंदी ने लगाई फांसी !

मथुरा। लॉकडाउन के दौरान पकड़े जाने वाले अपराधियों को निरुद्ध करने के लिए बनाई अस्थाई जेल के बाथरूम में रविवार सुबह एक बंदी ने फांसी लगाकर खुदकशी कर ली। बाथरूम का दरवाजा तोड़कर बंदी को बाहर निकाला गया। छाता में महिला को जबरन खींचकर अपने घर ले जाने, उसकी अस्मत लूटने की कोशिश और विरोध पर फायरिंग करने के मामले में उसे गिरफ्तार किया गया था। सुबह गोवर्धन रोड स्थित रतनलाल फूल कटोरी सीनियर सेकंडरी स्कूल स्थित अस्थाई जेल में बाथरूम में लगे वेंटीलेशन के जंगले से शव लटका मिला।

छाता के सिंगू थोक में 23 अप्रैल को वीरू उर्फ वीरेंद्र और सियाराम के बीच मारपीट और फायरिंग हुई थी। वीरू उर्फ वीरेंद्र की पत्नी रजनी ने रामप्रसाद, बाबू समेत 10-15 लोगों के खिलाफ पथराव और फायरिंग कर घायल करने की रिपोर्ट थाना छाता में कराई थी। सियाराम की पत्नी कश्मीरा ने वीरू उर्फ वीरेंद्र, सुभाष के खिलाफ जबरन घर में खींच कर ले जाने, अस्मत लूटने का प्रयास करने और विरोध करने पर फायरिंग करने की रिपोर्ट कराई। इसी मामले में दो दिन पहले वीरू उर्फ वीरेंद्र को छाता पुलिस ने गिरफ्तार कर अस्थाई जेल भेजा था। सुबह करीब साढ़े आठ बजे बाथरूम में बने वेंटीलेशन के जंगला में अपने गमछे से फांसी लगाकर उसने खुदकशी कर ली। जब काफी देर तक वीरू बाहर नहीं निकला तो दरवाजा तोड़ा गया। एसएससपी डॉ. गौरव ग्रोवर समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौके पहुंच। सीओ रिफाइनरी वरुण कुमार ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। सक्षम मजिस्ट्रेट भी अस्थाई जेल बुलाए गए। इंस्पेटर छाता रवि त्यागी ने बताया कि वीरू उर्फ वीरेंद्र थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ थाना छाता, कोसीकलां, होडल और बरसाना में लूटपाट के दस मुकदमे दर्ज हैं। दो बार उसके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई है। अपराधियों की टॉपटेन सूची में भी वीरू का नाम शामिल था।

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