सीएम की कुर्सी छिटकती दिखी तो कानूनी रास्ते तलाशने लगी शिवसेना!

मुंबई। सरकार बनाने और आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाने का सपना देखने वाली शिवसेना को सोमवार को उस समय बड़ा झटका लगा जब कांग्रेस ने अंतिम क्षणों में समर्थन देने पर विचार करने की बात कह दी. कांग्रेस ने एनसीपी से एक बार फिर बातचीत का दौर शुरू करने की बात कही है. वहीं, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने के बाद आदित्य ठाकरे ने कहा कि दोनों ही पार्टी (कांग्रेस और एनसीपी) शिवसेना को समर्थन देने को तैयार हैं, लेकिन बहुमत सिद्ध करने के लिए राज्यपाल ने अतिरिक्त समय देने से मना कर दिया है. अब बताया जा रहा है शिवसेना इसके लिए दूसरे रास्ते भी देख रही है. वहीं, न्यूज 18 को एक सूत्र ने जानकारी दी कि शिवसेना अब 48 घंटे राज्यपाल की ओर से नहीं दिए जाने को लेकर कानूनी रास्ते भी तलाश रही है.

अभी भी सरकार बनाने में जुटे
इस पूरे प्रकरण के बाद भी शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने सरकार बनाने की मंशा जाहिर करते हुए कहा कि शिवसेना की दोनों पार्टियों (एनसीपी और कांग्रेस) के बीच बातचीत चल रही है. दोनों ने ही हमें समर्थन देने की बात कही है. हालांकि, इस दौरान आदित्य ने किसी भी पार्टी का नाम जाहिर नहीं किया. आदित्य ने कहा कि सरकार बनाने की हमारी मंशा के संबंध में हमने राज्यपाल को बता दिया है. शिवसेना के विधायकों ने पहले ही लिखित में अपना समर्थन दे दिया है. वहीं, दोनों अन्य पार्टियों को प्रक्रिया पूरी करने के लिए कुछ और समय की जरूरत है. इसके चलते ही हमने राज्‍यपाल के समक्ष कुछ और समय की मांग रखी थी, लेकिन उन्होंने इसके लिए मना कर दिया.

जारी रहेगी सरकार बनाने की कोशिश
आदित्य ने कहा कि हम एक बार फिर राजभवन आकर सरकार बनाने के दावे को रखेंगे. सरकार बनाने की कोशिश अभी सूबे में जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने हमें सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए सिर्फ 24 घंटे का समय दिया. हम महाराष्ट्र में एक स्थिर सरकार चाहते हैं और हमारी कोशिशें जारी रहेंगी.

राज्‍यपाल ने शिवसेना को दिया था न्‍यौता
गौरतलब है कि रविवार को राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने का न्यौता दिया था और इसके लिए पार्टी के पास सोमवार शाम 7.30 बजे तक का समय था. राज्यपाल का यह न्यौता ‌उस समय आया था जब शिवसेना ने बीजेपी के साथ गठबंधन से इनकार कर दिया था. इसके बाद शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस की तरफ रुख किया था. इससे पहले कांग्रेस की शर्त को मानते हुए पीएम नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में मौजूद शिवसेना के अकेले केंद्रीय मंत्री ने भी अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी थी. जिसके बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई में शरद पवार से मुलाकात की और समर्थन की अपील की. हालांकि सोमवार को कांग्रेस ने इस पूरे घटनाक्रम पर एक बार फिर यह कहते हुए ब्रेक लगा दिए कि वे अभी एनसीपी से बातचीत करेंगे कि क्या शिवसेना को समर्थन देना है या नहीं. इस संबंध में कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शरद पवार जी से बात की है. अभी शिवसेना को समर्थन देने को लेकर एनसीपी के साथ चर्चा की जाएगी.

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